भारतीय फुटबॉल को वर्तमान में जो चाहिए, हीरो इंडियन सुपर लीग उसे पूरा कर सकती है. हमारे जमाने में ऐसी कोई लीग नहीं थी, इसलिए भारत में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए यह अच्छा विचार है. विश्व फुटबॉल से हम तुलना करें, तो खुद को काफी पीछे पाते हैं.
उम्मीद है हीरो आइएसएल युवा फुटबॉलरों को मौके देगी, जिससे वे प्रोत्साहित होंगे, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर के फुटबॉल के लिए वे खुद को तैयार कर सकेंगे. हीरो आइएसएल भारतीय फुटबॉल के लिए नयी शुरुआत है. व्यावसायिक तौर पर देखें, तो फुटबॉल में निवेश करने की बहुत संभावना है. अब हमारे देश में ऐसे क्लब भी हैं, जो निचले स्तर के फुटबॉलरों इसे प्रोफेशन के रूप में अपनाने के लिए तैयार करते हैं.
आइएसएल एक सकारात्मक शुरुआत है और मुझे लगता है भविष्य में इसके कई फायदे नजर आने लगेंगे. हमें युवा भारतीय फुटबॉलरों के लिए दुआ करनी चाहिए कि वे भी एक दिन पोस्टर बॉय बन जायें.अपनी पसंद की बात करें, तो यह बताना काफी मुश्किल होगा कि विजेता कौन होगा. मैं नॉर्थ-ईस्ट से हूं और कोलकाता में रहता हूं, इसलिए मैं चाहूंगा कि नॉर्थ-ईस्ट यूनाइटेड और एथलेटिको डी कोलकाता में से कोई पहले सत्र का विजेता बने.
(टीसीएम)