रियो डि जनेरियो : इतिहास का हिस्सा बनने की कवायद में जुटी जर्मनी की टीम कल यहां माराकाना स्टेडियम में जब फुटबाल के महाकुंभ के अंतिम पडाव पर अर्जेन्टीना का सामना करेगी तो उसका इरादा विश्व खिताब जीतने का लियोनल मेस्सी की टीम का सपना तोडने का होगा.फुटबाल इतिहास के सर्वश्रेष्ठ विश्व कप में से एक के 64वें मुकाबले में फुटबाल के दिग्गज महाद्वीपों यूरोप और दक्षिण अमेरिका की टीमें आमने सामने होंगी. जर्मनी की टीम अमेरिकी महाद्वीप में विश्व कप जीतने वाली पहली यूरोपीय टीम बनने के इरादे से कल मैदान पर उतरेगी और टीम को उम्मीद है कि अतीत में कुछ मौकों पर काफी करीब आकर चूकने के बाद उनकी यूथ ब्रिगेड इस बार सफल रहेगी.
दूसरी तरफ मेस्सी विश्व कप जीतकर अपने उन आलोचकों को शांत करना चाहते हैं जिनका तर्क है कि विश्व खिताब की कमी के कारण यह दिग्गज डिएगो माराडोना जैसे महान खिलाडियों की सूची में शामिल नहीं हो सकता. आक्रामक खेल और बेजोड डिफेंस से ब्राजील को सेमीफाइनल में 7-1 से रौंदने के बाद लय जर्मनी के पक्ष में है. टीम ने हालांकि कहा है कि वे इस जीत को पीछे छोड चुके हैं और उनकी नजरें अब फाइनल पर हैं.जर्मनी को अपने पिछले चार मेजर टूर्नामेंट में फाइनल या सेमीफाइनल में शिकस्त का सामना करना पडा है और टीम ने इस बार अपनी नजरें ऐतिहासिक माराकाना स्टेडियम पर टिका दी हैं. जर्मनी के स्ट्राइकर मिरोस्लाव क्लोसे ने कहा, ‘‘हमने ब्राजील के खिलाफ मुकाबले का लुत्फ उठाया लेकिन 24 घंटे के बाद हम इसे भूल गए.’’