सेंट लूसिया : बारिश से प्रभावित दूसरे टेस्ट मैच के आखिरी दिन वेस्टइंडीज की जबर्दस्त बल्लेबाजी से हतप्रभ भारत अब अपने गेंदबाजों से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद करके मंगलवार से यहां शुरू होनेवाले तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच को जीत कर चार मैचों की सीरीज में अजेय बढ़त हासिल करना चाहेगा. युवा बल्लेबाज रोस्टन चेज के 269 गेंदों पर 137 रनों की पारी की बदौलत वेस्टइंडीज ने जमैका में बारिश से प्रभावित दूसरे टेस्ट मैच को ड्रॉ कराया था. भारत ने हालांकि एंटीगा में पहला टेस्ट मैच में पारी और 92 रनों से जीता था और वह अब भी 1-0 की बढ़त लिए हुए है. अब उसकी निगाह डेरेन सैमी स्टेडियम में सीरीज जीतने पर रहेगी.
इस मैदान पर अब तक केवल चार टेस्ट मैच खेले गये हैं. इनमें से पहला मैच 2003 को खेला गया था. भारत ने इससे पहले 2006 में इस मैदान पर टेस्ट मैच खेला था, जो ड्रॉ रहा था. असल में यहां खेले गये चार में से तीन टेस्ट मैच अनिर्णीत समाप्त हुए थे, जबकि 2014 में वेस्टइंडीज ने यहां बांग्लादेश को 296 रन से हराया था. सबीना पार्क से हट कर यहां का विकेट भूरा दिख रहा है, जिसमें चारों तरफ सूखी घास है. रविवार की शाम तक इसमें थोड़ी सी हरियाली दिख रही थी. उसकी वजह यह है कि मैदानकर्मी अब भी इस पर पानी डाल रहे हैं. किसी भी तरह की नमी हालांकि पहले घंटे के खेल के बाद ही खत्म हो जानी चाहिए. पिच हमेशा की तरह बल्लेबाजों के लिये अनुकूल दिख रही है.
भारत की पांच गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति यहां भी कायम रहनी चाहिए,. लेकिन टीम प्रबंधन ने इस पर जरूर चर्चा की होगी कि जमैका में पांचवें दिन की पिच में आखिरी दिन वे छह विकेट क्यों नहीं ले पाये और ऐसी स्थिति में वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों के लिए किस लाइन पर गेंदबाजी करनी चाहिए. टीम भले ही सीरीज में बढ़त पर है, लेकिन तेज गेंदबाजों में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है. हालांकि दूसरे स्पिनर को बदला जा सकता है. अमित मिश्रा ने दूसरे टेस्ट के पांचवें दिन अच्छा प्रदर्शन नहीं किया.
रवींद्र जडेजा को मिल सकता है टॉप-11 में मौका
पिच के आसान बनने के साथ गेंद भी नरम हो गयी थी और इससे कप्तान की रणनीति प्रभावित हुई थी. इशांत शर्मा और उमेश यादव के कभी कभार शॉर्ट और वाइड गेंद करने की प्रवृत्ति रही है और ऐसे में विराट कोहली दूसरे स्पिनर के तौर पर रवींद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं. अंतिम एकादश में इस बदलाव से टीम का संतुलन नहीं बिगड़ेगा विशेषकर बल्लेबाजी में, क्योंकि मिश्रा की तुलना में जडेजा निचले क्रम में बेहतर बल्लेबाज हैं. इसके अलावा एक ऐसा स्पिनर जो हर समय बल्लेबाज को खेलने के लिए मजबूर करने की कोशिश करे, वह रनों पर अंकुश लगाने के लिए दोनों तेज गेंदबाजों के साथ अच्छी भूमिका निभा सकता है.