कोलकाता : बंगाल की उदीयमान सलामी बल्लेबाज अंकित केसरी की कुछ दिन पहले क्रिकेट मैच के दौरान लगी चोट के कारण आज सुबह दुखद मौत के बाद आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरु हो गया जिसमें चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप भी शामिल हैं. बंगाल क्रिकेट संघ के 17 अप्रैल को खेले गये सीनियर वनडे नाकआउट मैच […]
कोलकाता : बंगाल की उदीयमान सलामी बल्लेबाज अंकित केसरी की कुछ दिन पहले क्रिकेट मैच के दौरान लगी चोट के कारण आज सुबह दुखद मौत के बाद आरोप प्रत्यारोपों का दौर शुरु हो गया जिसमें चिकित्सकीय लापरवाही के आरोप भी शामिल हैं.
बंगाल क्रिकेट संघ के 17 अप्रैल को खेले गये सीनियर वनडे नाकआउट मैच के दौरान मैदान पर दूसरे खिलाड़ी से टकराने के कारण केसरी के सिर पर चोट लगी थी. वह भवानीपुर क्लब के खिलाफ उस मैच में ईस्ट बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. उन्हें एएमआरई अस्पताल में भर्ती कराया गया. कल रात केसरी को नाइटिंगेल अस्पताल भेज दिया गया. एएमआरई अस्तपाल में ईस्ट बंगाल के सीनियर अधिकारी सदानंद मुखर्जी ने जोखिम संबंधी बांड भरा था. बंगाल के पूर्व अंडर-19 कप्तान की आज सुबह दिल का दौरा पडने से मौत हो गयी थी.
इसके बाद आरोपों का दौर शुरु हो गया. साल्टलेक स्थित सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने कहा कि उन्हें आगे उपचार का मौका नहीं दिया गया जबकि ईस्ट बंगाल के मुखर्जी ने अलग तरह का दावा किया. एएमआरआई के सीईओ रुपक बरुआ ने कहा कि उन्हें केसरी को आगे उपचार देने का मौका नहीं दिया गया. उन्होंने कहा, हम उनकी आगे जांच करना चाहते थे जैसे कि सीटी एंजियो और अन्य परीक्षण लेकिन हमें उपचार का मौका नहीं दिया गया क्योंकि क्लब और परिजनों ने जोखिम संबंधी बांड भरा जिसके बाद हमें रोगी को छुट्टी देनी पडी.
बरुआ ने कहा कि उन्होंने रोगी के परिजनों से कहा कि उसकी स्थिति स्थिर है लेकिन उन्होंने छुट्टी की सलाह नहीं दी थी. उन्होंने कहा, उसका इलाज गहन चिकित्सा इकाई में चल रहा था. एएमआरआई ने मस्तिष्क का सीटी स्कैन कराया था और और वह आगे जांच करना चाहता था. मुखर्जी ने हालांकि कहा, हमने वही किया जो चिकित्सकों ने हमसे कहा और बेहतर उपचार के लिये हम उसे नाइटिंगेल ले गये. परिजनों के साथ सलाह मशविरे के बाद यह फैसला किया गया.
ईस्ट बंगाल के कोच प्रणब नंदी ने दावा किया, अस्पताल से कोई संकेत नहीं मिला था. असल में उन्होंने कहा था कि केसरी को सामान्य चिकित्सा कक्ष में भेजा जाएगा क्योंकि स्कैन में कुछ भी नहीं आया है. नाइटिंगेल अस्पताल का बंगाल क्रिकेट संघ के साथ करार है और राज्य संघ ने कहा कि क्रिकेटर को बेहतर उपचार के लिये वहां ले जाया गया था.
कैब के संयुक्त सचिव सुबीर गांगुली ने कहा, इसका उनके साथ भागीदारी से कोई संबंध नहीं है. हमने केवल बेहतर उपचार के लिये उन्हें इस अस्पताल में भर्ती कराया. नाइटिंगेल अस्तपाल ने अपने चिकित्सा बुलेटिन में कहा कि केसरी की नब्ज काफी धीमी चल रही थी और उनके मस्तिष्क में सूजन थी जिससे दिल का दौरा पडा.