नयी दिल्लीः दिल्ली की एक अदालत ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में क्रिकेटर अजित चंदीला को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है ताकि मकोका के प्रावधानों के तहत उससे पूछताछ की जा सके.
चंदीला, भाटिया और व्यास के साथ जिन अन्य की जमानत याचिका की सुनवाई 22 जून के लिए टाल दी गयी उनमें सट्टेबाज अश्विनी अग्रवाल और दीपक कुमार तथा पूर्व रणजी खिलाड़ी बाबूराव यादव शामिल हैं.सुनवाई के दौरान वरिष्ठ लोक अभियोजक राजीव मोहन ने चंदीला की पांच दिन की पुलिस हिरासत की मांग करते हुए कहा कि शुरु में उसे इस मामले में 16 मई को गिरफ्तार किया गया था वह 28 मई तक पुलिस हिरासत में रहा जिसके बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
उन्होंने अदालत को सूचित किया कि तीन जून को चंदीला के खिलाफ मकोका लगाया गया. लिहाजा उसकी हिरासत की जरुरत है ताकि कानून को लगाये जाने के बाद एकत्र सबूतों की पुष्टि की जा सके.मोहन ने कहा, “मकोका के तहत जांच के मकसद से आरोपी अजीत चंदीला की जरुरत है. पाया गया है कि वह मुख्य षड्यंत्रकर्ताओं में से एक है. अपराध जगत सरगना दाउद इब्राहित और उसके सहयोगी छोटा शकील द्वारा संचालित संगठित अपराध की गहरी साजिश को बेनकाब करने के लिए उसकी उपस्थिति जरुरी है.”अभियोजन ने चंदीला की हिरासत मांगने का अनुरोध करने वाली अपनी याचिका में कहा कि जांच के दौरान, कई सारे वायस काल, स्पाटमैच फिक्सिंग और मैच फिक्सिंग में उसके द्वारा इस्तेमाल किये गये दो मोबाइल फोन और 20 लाख रुपये नकद जैसे महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं. इसके अनुसार “उसे कई सट्टेबाजों, फिक्सरों से क्रिकेट मैच की स्पाट फिक्सिंग के लिए धन हासिल करते हुए पाया गया.”