मुंबई : प्रतिभाओं को तलाशने के फन में माहिर भारत के अंडर 19 कोच राहुल द्रविड का अगला लक्ष्य विश्व कप खेलने जा रही जूनियर टीम के कुछ खिलाडियों का अगले छह से आठ महीने में भारत ए टीम में चयन कराना है. द्रविड ने अंडर 19 टीम की रवानगी से पहले प्रेस कांफ्रेंस में […]
मुंबई : प्रतिभाओं को तलाशने के फन में माहिर भारत के अंडर 19 कोच राहुल द्रविड का अगला लक्ष्य विश्व कप खेलने जा रही जूनियर टीम के कुछ खिलाडियों का अगले छह से आठ महीने में भारत ए टीम में चयन कराना है.
द्रविड ने अंडर 19 टीम की रवानगी से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, विश्व कप रोमांचक चुनौती है और इन सभी के लिये अच्छा मौका है. भारतीय अंडर 19 क्रिकेट में अब यह प्रक्रिया है कि अंडर 19 से प्रथम श्रेणी क्रिकेट और फिर भारत ए और अंत में भारतीय टीम में चयन का मौका. उन्होंने कहा, मैं इन खिलाडियों से दूसरे प्रारुपों के बारे में भी बात कर रहा हूं. यदि वे अगले छह आठ महीने में भारत ए टीम में जगह बना सके तो बहुत अच्छा होगा. यह मील का पत्थर साबित होगा. भारत के मौजूदा अंडर 19 कप्तान पृथ्वी शॉ न्यूजीलैंड के खिलाफ अभ्यास मैच में भारत ए के लिये खेल चुके हैं.
द्रविड ने यह कयास लगाने से इनकार किया कि मौजूदा खिलाडियों में से कौन सीनियर स्तर पर जगह बना सकता है. उन्होंने कहा, अंडर 19 और भारत ए टीम का कोच होने के नाते मैने इतने वर्षों में बहुत कुछ सीखा है. ये सभी खिलाड़ी अलग पीढ़ी के हैं और इनकी सोच अलग है. इन्हें तीनों प्रारुपों के अनुरुप खुद को ढालना है. यह बड़ी चुनौती है. खेल अब काफी बदल गया है. उन्होंने कहा , मैं नहीं कह सकता कि कौन जायेगा और कौन नहीं. सभी में अपने राज्य और भविष्य में भारत की नुमाइंदगी करने का जज्बा है.
न्यूजीलैंड में 13 जनवरी से शुरू हो रहे जूनियर विश्व कप में भारत की संभावना के बारे में पूछने पर द्रविड ने कहा कि उन्हें अच्छे प्रदर्शन का पूरा यकीन है.
उन्होंने कहा , न्यूजीलैंड में हालात काफी चुनौतीपूर्ण होंगे और इस टीम में से कोई भी पहले वहां नहीं खेला है. हालात के अनुरुप ढलना अहम होगा. हमने बेंगलूर में शिविर में वैसे ही हालात बनाकर अभ्यास किया है लेकिन पूरी तरह से ऐसा नहीं किया जा सकता. तीन बार की चैम्पियन भारतीय टीम पिछली बार उपविजेता रही थी. उसे इस बार जिम्बाब्वे और पूर्वी एशिया से क्वालीफायर पापुआ न्यू गिनी के साथ ग्रुप में रखा गया है.
भारतीय टीम के कई सदस्य प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल चुके हैं जिनमें कप्तान शा, पंजाब के शुभम गिल, हरियाणा के हिमांशु राणा, बंगाल के ईशान पोरेल शामिल हैं. द्रविड ने कहा , टीम में ऐसे खिलाडियों का होना हमेशा अच्छा रहता है जिनके पास प्रथम श्रेणी का अनुभव हो. इस टीम में भी कुछ ऐसे हैं. हमारे पास अच्छा तेज और स्पिन आक्रमण और बल्लेबाजी क्रम है.