सिडनी : बांग्लादेश से पहले क्रिकेट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को मिली शिकस्त के बाद स्थानीय मीडिया ने जहां मेजबान टीम की जमकर तरीफ की तो वही अपनी टीम को आत्ममुग्धता का शिकार बताया. टेस्ट रैंकिंग में निचले पायदान पर काबिज बांग्लादेश की 101वीं टेस्ट में यह दसवीं जीत हैं जबकि चौथे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया को उन्होंने पहली बार हराया है.
कल मैच के चौथे दिन उन्होंने स्टीवन स्मिथ की टीम को 20 रन से पराजित किया. मेलबर्न हेराल्ड-सन अखबार के मुताबिक, बांग्लादेश की यह जीत विश्व क्रिकेट के लिये अच्छा संकेत है तो वही आत्मुग्धता में रहने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिये यह काफी शर्मनाक है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी अगर वेतन के लिये हड़ताल करते है तो उनको यह सुनिश्चित करना होगा की वे मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करें. कम से कम बांग्लादेश से हार कर टीम वैसा नहीं कर रही. अखबार ने दोनों टीमों के खिलाडियों की वेतन की तुलना करते हुये कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम (बांग्लादेश दौरे पर गये खिलाडियों का कुल वेतन) को 26,000 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर साप्ताहिक वेतन मिलता है जबकि उन्हें हराने वाले बांग्लादेश की टीम के सभी खिलाडियों का साप्ताहिक वेतन लगभग पांच सौ ऑस्ट्रेलियाई डालर है.
ऑस्ट्रेलिया के जाने माने खेल लेखक पीटर लालोर ने कहा, ऑस्ट्रेलिया एशिया में नहीं जीत सकता. हम औसत दर्जे की क्रिकेट भी नहीं खेल पाये. ऐसा लग रहा कि हमरे बल्लेबाजों को धूल से एलर्जी है. पूर्व टेस्ट कप्तान और दिग्गज खिलाड़ी इयान चैपल ने कहा कि इस हार से यह तय हो गयी कि हमारी बल्लेबाजी पूरी तरह स्मिथ और डेविड वार्नर पर निर्भर है. उन्होंने कहा, जैसे से वे आउट हुये टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर गयी. स्मिथ से पहले टीम की कप्तानी करने वाले माइकल क्लार्क ने भी ट्वीट किया, बंगलादेश को शुभकामनाएं मुझे नहीं लग रहा था कि मैं ट्वीट करुंगा लेकिन आपको श्रेय देना बनता है.