नई दिल्ली: शीर्ष महिला चक्का फेंक एथलीट कृष्णा पूनिया प्रतिष्ठित राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार के लिये अपनी अनदेखी किये जाने से निराश हैं और वह इस मुद्दे पर अपना असंतोष व्यक्त करने के लिये कल पूरे दिन खेल मंत्री जितेंद्र सिंह से मिलने की जद्दोजहद के बाद आखिरकार उनसे मुलाकात करने में सफल रहीं.
उन्होंने खेल मंत्री से इस पुरस्कार के लिये अपने नाम की अनदेखी करने की शिकायत की. पूनिया के साथ उनके पति और कोच वीरेंद्र पूनिया भी थे. पूरे दिन खेल मंत्री से नहीं मिल पाने के बाद आखिरकार उनकी मुलाकात देर शाम को खेल मंत्री से उनके निवास पर हुई. यह बैठक करीब 15 मिनट तक चली और पूनिया ने कहा कि मंत्री ने उनकी बात आराम से सुनी.
पूनिया ने प्रेट्र से कहा, ‘‘मंत्री ने कहा कि वह शुक्रवार को संबंधित अधिकारी से फाइल मांगेंगे और इस मामले को देखेंगे. उन्होंने कहा कि अगर चयन पैनल की बैठक में कुछ भी चीज गलत की गयी होगी तो वह इसे देखेंगे और इसमें सुधार करेंगे.’’पूनिया ने कहा, ‘‘मुङो इस बैठक में आश्वासन दिया गया कि मेरे साथ न्याय होगा. इसलिये मुङो सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है. ’’निशानेबाज रंजन सोढ़ी के नाम की कल खेल रत्न पुरस्कार के लिये सिफारिश किये जाने से विवाद खड़ा हो गया था क्योंकि चयन पैनल के कुछ सदस्यों ने उनके चयन की प्रक्रिया पर सवाल उठाये थे.