बड़ा आश्चर्य होता है कि देश में प्याज को लेकर राजनीति की जाए, क्योंकि यह सरकार का दायित्व बनता है कि मूल्यवृद्घि पर रोक लगे और जमाखोरी करने वालों और मिलावट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. अब समय आ गया है कि ऐसे कानून बनाये जायें कि जब जमाखोरों और मिलावटखोरों के खिलाफ प्रथम द्रष्टया स्थापित आरोप हो जाये तो जमानत नहीं मिले.
दूसरी ओर, कृषि मंत्री प्याज की बढ़ती कीमतों के लिए दोषी हैं, क्योंकि वह प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगाने का विरोध कर रहे हैं और प्याज की आयात करने की भी बात करते हैं. तीसरी बात यह कि कोई मुख्यमंत्री खुद को असमर्थ पा रहा है तो आश्चर्य होता है कि हमारे राजनीतिज्ञों के पास न तो सोच है, न दूरदृष्टि और न ही इच्छाशक्ति और दृढ़संकल्प. इसीलिए समाज में भ्रष्टाचार, अपराध और अराजकता फैल रही है.
डॉ भुवन मोहन, हिनू, रांची