गुजरात में जिस तरह उत्तर भारतीय कामगारों को निशाना बनाया जा रहा है, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन उससे भी ज्यादा चिंता की बात यह है कि पूरे मामले पर राजनीति हो रही है और मामले को संभालने के बजाय राजनीतिक दल एक-दूसरे पर कीचड़ उछालने में जुटे हैं. मुख्यमंत्री ने प्रवासियों की सुरक्षा का आश्वासन दिया है, लेकिन बात तभी बनेगी, जब राज्य सरकार का इस मामले में संवेदनशीलता दिखाये.
देश में क्षेत्रीय भावनाएं कई बार भड़कायी जा चुकी हैं, लेकिन इनसे हर बार न सिर्फ देश का, बल्कि संबंधित राज्य का भी नुकसान हुआ है. हर विकसित राज्य की तरक्की में दूसरे राज्यों के लोगों का भी बड़ा योगदान रहा है. यही हमारे देश की खूबसूरती है. इसे संजोकर रखने में ही सबकी भलाई है.
दिवाकर कुमार, देवघर