अनुज कुमार सिन्हा
तीन दिनाें पहले तक महिलाआें की वर्ल्ड कप में किसी काे रुचि नहीं दिख रही थी. भारत की बेटियां कमाल पर कमाल किये जा रही थी, दिग्गज टीमाें काे हराते जा रही थी. फिर भी बहुत चर्चा नहीं हाे रही थी. सेमीफाइनल में जिस तरीके से हरमनप्रीत काैर ने अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ बल्लेबाजी की, 171 रन की नाबाद पारी खेली, उसने नक्शा ही बदल दिया.
अब भारतीय टीम फाइनल में है. रविवार काे बस इंग्लैंड काे हराना है आैर वर्ल्ड कप अपना हाे जायेगा. मुकाबला कठिन ताे है, लेकिन जिस तरीके से भारत की इन लड़कियाें ने क्रिकेट खेली है, कुछ भी असंभव नहीं लगता. दुआ कीजिए भारत जीते. भारत की ये लड़कियां रविवार काे बढ़े हुए मनाेबल से लॉर्ड्स के मैदान में उतरेंगी. छह बार की चैंपियन अॉस्ट्रेलिया काे सेमीफाइनल में हरा कर यहां तक पहुंची है. जिस इंग्लैंड की टीम से फाइनल में मुकाबला है, उसे भी इसी वर्ल्ड कप के पहले मैच में हरा चुकी है. अब उसी प्रदर्शन काे दाेहराना है.
याद कीजिए 1983 के वर्ल्ड कप काे. जब कपिल की टीम तीसरा वर्ल्ड कप खेलने इंग्लैंड गयी थी, ताे किसी काे भराेसा नहीं था कि वह टीम चैंपियन बनेगी. लेकिन बनी, क्याेंकि टीम संतुलित थी. जिंबाब्वे के खिलाफ जब भारत की हार तय थी आैर 19 रन पर पांच विकेट गिर गये थे, ताे कपिल ने 175 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी. इस बार अॉस्ट्रेलिया के खिलाफ जब शुरू में विकेट गिर गये, ताे हरमनप्रीत ने कपिल जैसी ही 171 रन की पारी खेली. यह भी ऐतिहासिक पारी थी. तीन-चार कदम बाहर निकल कर जिस तरीके से हरमनप्रीत गेंद काे सीमा पार भेज रही थी, कवर के ऊपर से खेल रही थी, वह कपिल आैर काेहली की याद दिला रही थी. हरमनप्रीत काे वैसी ही एक आैर पारी खेलनी हाेगी, अगर भारत काे बड़ा स्काेर खड़ा करना है. इस बात काे याद रखना चाहिए कि इंग्लैंड के बल्लेबाज तेज गति से रन बनाते हैं आैर बड़ा स्काेर खड़ा करते हैं. इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 377 आैर साउथ अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड ने 373 रन बनाये. नाइट आैर सीवर फॉर्म में हैं. भारत की आेर से सबसे भराेसेमंद बल्लेबाज ताे मिताली राज हैं. एक शतक आैर तीन अर्द्धशतक के साथ 392 रन बना चुकी हैं. सबसे अनुभवी हैं, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ उन्हें खुद माेरचा लेना हाेगा. इस बात का ध्यान रखना हाेगा कि अगर पहले माैका मिला, ताे बड़ा स्काेर खड़ा कर लें. हरमनप्रीत अगर रविवार काे भी चल निकली, ताे उनकी तेज बल्लेबाजी के कारण बड़ा स्काेर बन सकता है. वैसे इंग्लैंड के खिलाफ भारत की आेपनिंग जाेड़ी (राउत आैर मंधाना) ने 144 रन की बेहतरीन शुरुआत दी थी.
भारत जाे भी स्काेर बना ले, उसकी बड़ी ताकत गेंदबाजी है. इसी गेंदबाजी के कारण पाकिस्तान के खिलाफ 169 रन पर आउट हाेने के बावजूद भारत जीत गया था. पाकिस्तान काे सिर्फ 74 रन पर समेटा था. भारतीय स्पिनर्स अभी तक 41 विकेट ले चुके हैं. इंग्लैंड के खिलाफ इन्हीं स्पिनराें की बड़ी भूमिका हाेगी. गेंदबाजी में डीबी शर्मा, पूनम यादव, बिष्ट आैर पांडेय काे अपना काम बखूबी करना हाेगा. जिस तरीके से इंग्लैंड की खिलाड़ी बल्लेबाजी करते हैं, हमला करते हैं, कल भी करेंगे. बड़ा मैच है, फाइनल है, दबाव से मुक्त हाेकर भारतीय टीम काे खेलना हाेगा. अगर भारतीय टीम अपना स्वाभाविक खेल खेलती है, ताे इसमें काेई दाे राय नहीं कि टीम चैंपियन हाेकर लाैटेगी. यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के भविष्य के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हाेगी. महिला क्रिकेट का कद बढ़ेगा.