पटना : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के संबंधी शमशुल हुदा ने कुछ रुपयों की लालच देकर बिहार ट्रेन हादसे की साजिश रची थी जिसका खुलासा पूर्वी चंपारण पुलिस ने किया है. पुलिस के अनुसार दुबई में बैठे शमशुल होदा के अपने लोगों के जरिये इन घटनाओं को अंजाम देने का काम किया था. आइए जानते हैं अखिर शमशुल होदा है कौन…
शमशुल होदा नेपाल का रहनेवाला है जो दुबई में कारेाबार करता है. सूत्रों की माने तो होदा का पाकिस्तान के खुफिया एजेंसी आईएसआई और दाउद इब्राहिम से भी संबंध है. होदा पर पहले भी भारतीय नकली करेंसी को लेकर कई बार नेपाल प्रहरी द्वारा दबाव डाला गया था. भारतीय खुफिया एजेंसीज भी होदा पर नजर गड़ाये हुए है. नए खुलासे में यह बात साफ हो चुका है कि पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन और कानपुर में इंदौर-पटना रेल एक्सप्रेस के पीछे नेपाल के शमसुल होदा का ही हाथ है जो ब्रजकिशोर गिरी के माध्यम से आतंकी घटनाओं को अंजाम देता रहा है.
इधर, नेपाल पुलिस ने बुधवार को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के उस एजेंट के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी.
इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त
यहां उल्लेख कर दें कि 20 नंवबर 2016 को कानपुर के पास इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें 153 लोगों की जान चली गई थी और 200 से ज्यादा लोग घायल भी हुए थे. खुलासे के बाद यह बिलकुल साफ़ हो चुका है कि आइएसआइ अब आतंकी घटनों को अंजाम दिलाने खातिर आउटसोर्सिंग का रास्ता अपना चुकी है. चंद रुपयों खातिर बिहार के स्थानीय अपराधियों को इस्तेमाल कर आतंकी घटनाओं को अंजाम दिलाने के इस नए ट्रेंड से ख़ुफ़िया एजेंसियां भी सकते में है.
हुआ खुलासा
गौर हो कि मंगलवार की शाम पुलिस की पकड़ में आये मोती पासवान ने कानपुर रेल हादसा और घोड़ासहन में आइइडी लगाने में आइएसआइ का हाथ होने का खुलासा किया था. पकड़े गये अपराधियों ने बताया है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर वारदात को अंजाम देते थे. पुलिस टीम ने आदापुर के बखरी निवासी मोती पासवान, मुकेश यादव व रक्सौल के उमाशंकर प्रसाद उर्फ उमाशंकर पटेल को गिरफ्तार किया था.