अगरतला: राज्यसभा सांसद डॉ मानिक साहा (Dr Manik Saha New CM of Tripura) त्रिपुरा के अगले मुख्यमंत्री होंगे. वह बिप्लव कुमार देब की जगह लेंगे, जिन्होंने शनिवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मानिक साहा को शनिवार शाम को विधायक दल का नेता चुना गया. प्रदेश का नया सीएम चुने जाने पर बिप्लव कुमार देब ने डॉ साहा को बधाई दी. मानिक साहा रविवार (15 मई 2022) को पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे.
बिप्लव कुमार देब ने दिया इस्तीफा
अगले साल यानी वर्ष 2023 में होने वाले त्रिपुरा विधानसभा चुनावों (Tripura Assembly Election) के मद्देनजर तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के तहत बिप्लव कुमार देब ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया. उनको प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपे जाने की चर्चा है. अपने पद से इस्तीफा देने के बाद बिप्लव देब ने कहा कि अब तक मुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने त्रिपुरा के लोगों की सेवा की है. आने वाले दिनों में वह एक पार्टी कार्यकर्ता के रूप में जनता की सेवा करते रहेंगे.
पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे- बिप्लव
एक आम कार्यकर्ता के रूप में वह भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करेंगे. वर्ष 2023 में फिर से भाजपा की सरकार बने, इसके लिए वह जी-जान लगा देंगे. उन्होंने ट्विटर पर पार्टी का धन्यवाद किया. कहा, ‘चार साल तक जनता की सेवा करने के लिए मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी देने के लिए धन्यवाद. मैंने अब तक पूरे दिल से राज्य की जनता के कल्याण के लिए कार्य किया है. निश्चित तौर पर विकास के पथ पर त्रिपुरा आगे बढ़ता रहेगा. जय हिंद.’
डॉ मानिक साहा को दी बधाई
केंद्रीय मंत्री भूपेंदर यादव और भाजपा के महासचिव विनोद तावडे दोनों पर्यवेक्षक के रूप में आज अगरतला में मौजूद थे. इनकी मौजूदगी में ही विधायक दल की बैठक में नये मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगी. भूपेंदर यादव ने डॉ मानिक साहा को त्रिपुरा का मुख्यमंत्री चुने जाने पर बधाई दी. उन्होंने कहा कि चार साल के बिप्लव देव के कार्यकाल में त्रिपुरा प्रगति के पथ पर आगे बढ़ा है. मुझे उम्मीद है कि डॉ साहा के नेतृत्व में पार्टी नयी ऊंचाईयों को छूएगी.
पेशे से डेंटल सर्जन हैं डॉ मानिक साहा
डॉ मानिक साहा पेशे से डॉक्टर हैं. डेंटल सर्जन डॉ मानिक साहा वर्ष 2016 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे. वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये थे. वर्ष 2018 में भाजपा ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया. इसी साल डॉ साहा को पार्टी ने राज्यसभा भेजा था.
राज्यसभा जा सकते हैं बिप्लव देब
सूत्रों की मानें, तो बिप्लव देव को भाजपा राज्यसभा भेज सकती है. यह भी चर्चा है कि उन्हें प्रदेश भाजपा का अध्यक्ष नियुक्त किया जाये. वर्ष 2018 में बिप्लव देब को भाजपा ने त्रिपुरा की कमान सौंपी थी. बिप्लव देब के नेतृत्व में भाजपा ने 25 साल पुरानी कम्युनिस्ट पार्टी को सत्ता से उखाड़ फेंका था. मानिक सरकार कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार का नेतृत्व कर रहे थे.
नये चेहरे पर दांव लगा रही भाजपा
भाजपा ने नये चेहरे के साथ वर्ष 2023 का चुनाव लड़ने का निश्चय किया है. यह पहला मौका नहीं है, जब चुनाव से पहले भाजपा ने अपनी सरकार का चेहरा बदला हो. असम में भी पार्टी ने ऐसा ही किया था. असम में हिमंता विस्व सरमा के नेतृत्व में पार्टी ने चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की. यही दांव पार्टी ने त्रिपुरा में भी खेला है.