Monkeypox: देश में मंकीपॉक्स के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. केरल के बाद अब दिल्ली में भी मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं. बीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यूएई में डब्ल्यूएचओ के प्रतिनिधि को पत्र लिखकर कहा कि मंकीपॉक्स से मिलते-जुलते लक्षण वाले यात्रियों को विमान में सवार न होने दिया जाए, ताकि देश में इस बीमारी के प्रसार को रोका जा सके. अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक सूची जारी की है. जिसमें बताया कि हम कैसे इस बीमारी से बच सकते हैं.
मंकीपॉक्स से ऐसे करें बचाव
किसी को भी मोकीपॉक्स हो सकता है, यदि वे किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक या बार-बार संपर्क में रहे हों.
संक्रमित मरीजों को दूसरों से अलग करें
अपने हाथों को साबुन और पानी से धोएं या फिर सैनिटाइजर का उपयोग करें
मंकीपॉक्स से संक्रमित व्यक्ति के पास मास्क और डिस्पोजेबल ग्लब्स पहनें
पर्यावरण स्वच्छता के लिए कीटाणुनाशक का उपयोग करें
मंकीपॉक्स से बचने के लिए क्या ना करें
उन लोगों के साथ बिस्तर या तौलिये शेयर न करें, जिन्हें मंकीपॉक्स हुआ है.
संक्रमित व्यक्तियों के गंदे कपड़े या तौलिया को गैर-संक्रमित व्यक्तियों के साथ न धोएं.
यदि आप मंकीपॉक्स के लक्षण प्रदर्शित करते हैं तो सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल न हों.
बेवजह भीड़ इकट्ठा करने से बचें
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में अब सभी जानना चाहते हैं. यह धीरे-धीरे पूरी दुनिया को अब परेशान करने लगा है. इस बीच स्वास्थ्य पेशेवरों और सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि मंकीपॉक्स यौन अभिवृति या नस्ल की परवाह किये बिना करीबी शारीरिक संपर्क से फैल सकता है और इसके प्रसार के लिए पूरे एलजीबीटीक्यू समुदाय को बलि का बकरा बनाना एड्स महामारी के दौरान की गयी गलती की पुनरावृत्ति होगी.
मंकीपॉक्स के खतरनाक लक्षण
सिरदर्द
बुखार
लिंफ नोड्स में सूजन
शरीर में दर्द और कमर दर्द
ठंड लगना
थकान महसूस करना
चेहरे और मुंह के अंदर छाले होना
हाथ-पैर में रैशेज होना