दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर क्राइम सेल को नोटिस जारी कर उनसे क्लब हाउस एप पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कुछ लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है. आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल से 24 जनवरी तक जवाब मांगा है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बताया कि किसी ने उन्हें इस एप पर हुई तमाम बातचीत का आडियो ट्विटर पर टैग किया था, जिसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को नोटिस किया है.
गौरतलब है कि सुल्ली डील, बुली बाई एप और अब क्लब हाउस एप पर मुस्लिम महिलाओं को टारगेट करके उनपर आपत्तिजनक टिप्पणी की जा रही है. क्लब हाउस एप पर महिलाओं की तसवीर पर लोग गलत और अभद्र टिप्पणी कर रहे हैं. इस मामले में महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस के साइबर सेल को नोटिस किया है.
ऑनलाइन ट्रोलिंग और प्रताड़ना के खिलाफ काम करने वाली संस्था ‘टीम साथ’ ने इस मुद्दे पर ट्वीट करते हुए सख्त आपत्ति जतायी. इस टीम ने क्लबहाउस के सह-संस्थापक रोहन सेठ को टैग करते हुए ट्वीट किया और उनसे सवाल किया कि क्या उनका प्लेटफाॅर्म महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने और उन्हें अपमानित करने के लिए खुला है. ?
बुली बाई एप पर एक जनवरी को लगी थी महिलाओं की बोली
गौरतलब है कि एक जनवरी को बुली बाई एप पर कई प्रगतिशील महिलाओं की बोली लगायी गयी थी, उनके तस्वीरों को गलत ढंग से पेश किया गया था और लोग उनपर अभद्र टिप्पणी कर रहे थे. इस मामले के सामने आने के बाद सरकार ने उस एप को बंद कराया और इसके मास्टर माइंड को भी गिरफ्तार किया.
प्रियंका चतुर्वेदी सहित कई नेताओं ने जतायी है आपत्ति
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महिलाओं के खिलाफ किये जा रहे इस तरह के अपमानजनक टिप्पणियों को निंदनीय बताया और कहा कि जब सुल्ली डील का मामला हुआ था तो उसे सरकार ने सही तरीके से हैंडिल नहीं किया, जिसका परिणाम हमें बुली बाई और क्लब हाउस प्रकरण के रूप में देखने को मिल रहा है.
क्या है क्लब हाउस
क्लब हाउस एप ऑडियो चैट पर आधारित है. इसे 2020 में आई फोन पर उपलब्ध कराया गया था. बाद में यह एंड्रायड यूजर्स को उपलब्ध हो गया. इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.