नयी दिल्ली : कांग्रेस और भाजपा छत्तीसगढ़ में आज सुरक्षा बलों पर हुए नक्सली हमले को लेकर एक दूसरे से उलझ पड़ीं और केंद्र में सत्तारुढ़ दल ने इन धारणाओं को खारिज कर दिया कि चुनावों से पहले इस तरह के हमले होते हैं. कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह कहना एकदम अस्वीकार्य है कि चुनाव के दौरान ऐसी घटनाएं हो सकती हैं. सरकार का कामकाज मजबूती से चलाया जाना चाहिए और कोई भी नाकामी अस्वीकार्य है.’’ वह भाजपा नेता रवि शंकर प्रसाद की इस बात का जवाब दे रहे थे कि नक्सल हमला लोकसभा चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास है.
नक्सलवाद को राष्ट्रीय समस्या करार देते हुए प्रसाद ने दिन में कहा था, ‘‘नक्सलवादी चुनाव से पहले ऐसे हमले करते हैं. विधानसभा चुनाव से पहले भी उन्होंने चुनाव को प्रभावित करने के लिए ऐसा हमला किया था, लेकिन नाकाम रहे. अब लोकसभा चुनाव घोषित होने के बाद उन्होंने हमला किया है, लेकिन इस बार भी वह नाकाम रहेंगे.’’ सिंघवी ने जोर देकर कहा कि कानून और व्यवस्था के लिए प्राथमिक रुप से राज्य सरकार जिम्मेदार है और केंद्र सरकार ने आदमी और सामग्री देकर सहायता प्रदान करने का अपना दायित्व निभाया. आज दिन दहाड़े किए गए दुस्साहसिक हमले में माओवादियों ने सुरक्षा बलों के गश्ती दल को निशाना बनाया और 16 व्यक्तियों को भून डाला. भाजपा के शासन वाले छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए इस हमले में मरने वालों में सीआरपीएफ के 11 जवान शामिल हैं.