भोपालः भोपाल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के वर्तमान सांसद और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी ने आज यहां कहा कि वह इसबार का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे क्योंकि पिछले छह दशक में भाजपा ने उन्हें जो कुछ भी दिया हे उससे वह पूरी तरह संतुष्ट हैं.
यहां अपने निवास पर संवाददाताओं से बातचीत में जोशी (84) ने कहा, ‘‘मैं भोपाल से आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लडूंगा. अपने मंत्री बेटे दीपक (जोशी) और करीबी मित्रों से सलाह लेने के बाद मैंने यह निर्णय लिया है.’उन्होंने स्पष्ट किया, ‘‘मैंने यह फैसला किसी के दबाव में या अधिक आयु के कारण नहीं लिया है. मेरा परिवार भी मेरे इस फैसले से सहमत है. इसका एकमात्र कारण इन चुनावों में भाग नहीं लेने की मेरी इच्छा है.’’ जोशी ने बताया, ‘‘मैंने इसके बारे में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर को बता दिया है.’’
जून 1977 से जनवरी 1978 तक मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रहे, जोशी ने कहा कि उन्होंने यह फैस्ला 24 घंटों में नहीं बल्कि सोच-समझ कर लिया है. वह भोपाल सीट से 14वीं और 15वीं लोकसभा के लिए सांसद थे.भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के लिए उनसे सीट खाली करने को कहे जाने की अटकलों के बारे में पूछने पर, जोशी ने कहा कि टिकट देने का फैसला पार्टी की चुनाव समिति करेगी.
उन्होंने यह भी कहा कि वह भाजपा के राज्य चुनाव समिति के सदस्य हैं और भोपाल की सीट पर पार्टी प्रत्याशी के चयन के बारे में वह अपने विचार केवल पार्टी फोरम में ही देंगे.जोशी ने कहा कि सुनी सुनाई बात पर लोग अंदाज लगा लेते हैं, इसलिए सीधे मीडिया से बात कर रहा हूं. पार्टी ने उन्हें अपेक्षा से ज्यादा दिया है.पूछने पर कि क्या आप चुनाव हारने के डर से यह फैसला ले रहे हैं, उन्होंने कहा, ‘‘हारने का कोई डर नहीं है. निर्णय करके विवेक से फैसला लिया है.’’ जोशी ने कहा, ‘‘चुनाव समिति की बैठक में भी यही कहूंगा कि मैं चुनाव नहीं लडूंगा. पार्टी जिसे चाहे उम्मीदवार बनाए. मैं भोपाल के लोकसभा प्रत्याशी के लिए प्रचार में भी जुटूंगा.’’एक सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि राज्यसभा में जाने के लिए जब वक्त आएगा, तब उस समय इस पर सोचूंगा.