आजमगढ़ : देश में बेटी बचाओ आंदोलन के शोर के बीच आजमगढ़ जिले में संवेदनहीनता का विचलित कर देने वाला मामला सामने आया है.
इसके तहत एक महिला अपनी दो नन्ही बच्चियों को दिल्ली से आई ट्रेन में बिठाकर कथित रुप से कहीं चली गई. बड़ी लड़की की उम्र करीब सात साल और छोटी की आठ दिन बताई जाती है.
आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि दिल्ली से चलकर आज आजमगढ़ पहुंची कैफियत एक्सप्रेस की बोगी संख्या छह में लच्छो (सात) और उसकी आठ दिन की बहन लावारिस पायी गयी. लच्छो ने पुलिस को दिये गये बयान में अपनी दर्द भरी दास्तां बयान की है.
सूत्रों के मुताबिक लच्छो ने पुलिस को बताया कि उनकी तीन बह नें और एक भाई है. उसके पिता मदन की मृत्यु हो चुकी है और मां सुनीता अब किसी दूसरे व्यक्ति के साथ रहती है.
चेहरे तथा शरीर पर मारपीट के निशान लिये उस बच्ची ने बताया कि उसका सौतेला पिता उसे तथा उसके भाई-बहनों को मारता-पीटता था और कल उसकी मां उसे तथा उसकी आठ दिन की बहन को ट्रेन पर बिठाकर कहीं चली गयी.
महिला थाने की प्रभारी गीता यादव ने बताया कि लच्छो को उसके परिजन के पास वापस भेजने की कोशिश की जा रही है जबकि उसकी नवजात बहन को एक दंपती ने अपना लिया है.