नयी दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से कल इस्तीफा देने वाले अरविंद केजरीवाल अगले तीन महीनों तक अपने सरकारी मकान में बने रह सकते हैं. कानून के मुताबिक, इस्तीफा देने के बाद वह अपने सरकारी मकान में 15 दिनों के लिए रह सकते हैं. उसके बाद अगले 6 महीने तक मकान में बने रहने के लिए उन्हें सरकार द्वारा तय की गयी बाजार दर के मुताबिक किराए का भुगतान करना होगा.
सूत्रों के अनुसार कि केजरीवाल की बेटी किसी परीक्षा में शामिल होने जा रही हैं और तुरंत मकान बदलने से उनकी पढ़ाई बाधित हो सकती है. एक महीने से भी कम समय पहले गाजियाबाद के कौशांबी से तिलक रोड स्थित तिलक लेन आवास में रहने के लिए आए केजरीवाल अपनी पत्नी, माता-पिता और दो बच्चों के साथ रहते हैं.
संपदा निदेशालय ने उन्हें तिलक लेन स्थित सी-2.23 में तीन बेडरुम, ड्रॉइंग, डायनिंग, नौकरों के लिए दो कमरे और एक गैराज का एक फ्लैट दिया था. सूत्रों के अनुसार कि केजरीवाल की पत्नी सुनीता भारतीय राजस्व सेवा की एक वरिष्ठ अधिकारी हैं. सुनीता को जल्द ही तरक्की मिलने की उम्मीद है. तरक्की मिलने पर उन्हें ठीक वैसा ही सरकारी मकान मिल सकता है, जैसे मकान में अभी केजरीवाल परिवार रह रहा है. तरक्की के बाद सुनीता मकान के लिए आवेदन कर सकती हैं.