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आर्ट्स, एंटरटेनमेंट एवं मीडिया में 4 ऑफबीट कैरियर जो देंगे अलग पहचान

आर्ट्स, एंटरटेनमेंट एवं मीडिया पर बात करना शुरू करें, तो इसकी दुनिया इतनी व्यापक है कि सबकुछ एक बार में नहीं कहा जा सकता. इससे जुड़े कार्य क्षेत्रों का जिक्र करना चाहें, तो भी कुछ-न-कुछ छूट ही जायेगा. रेडियो, न्यूज चैनल, एंटरटेनमेंट चैनल, सिनेमा यानी कला, मनोरंजन एवं मीडिया संसार, बड़ी संख्या में रोजगार देनेवाले […]

आर्ट्स, एंटरटेनमेंट एवं मीडिया पर बात करना शुरू करें, तो इसकी दुनिया इतनी व्यापक है कि सबकुछ एक बार में नहीं कहा जा सकता. इससे जुड़े कार्य क्षेत्रों का जिक्र करना चाहें, तो भी कुछ-न-कुछ छूट ही जायेगा. रेडियो, न्यूज चैनल, एंटरटेनमेंट चैनल, सिनेमा यानी कला, मनोरंजन एवं मीडिया संसार, बड़ी संख्या में रोजगार देनेवाले इन क्षेत्रों का पिछले कुछ वर्षों में तेजी से विस्तार हुआ है. विस्तार की इस प्रक्रिया की गति हाल में और तेजी हुई है. जाहिर है रफ्तार बढ़ी है, तो रोजगार के मौके भी बढ़ रहे हैं.
कला, मनोरंजन एवं मीडिया की यह दुनिया इतनी बड़ी है, कि इसके अंदर कई ऐसे क्षेत्र हैं, जो अपने आप में एक अलग दुनिया बन जाते हैं. ऐसे ही कुछ कार्य क्षेत्र हैं ब्रॉडकास्टिंग इंजीनियरिंग, ग्राफिक डिजाइनिंग, वीडियो एडिटिंग एवं एनिमेशन. मौजूदा समय में कैरियर के लिहाज से इन सभी क्षेत्रों को जॉब संभावनाओं के लिए बेहद अहम माना जा रहा है. इन चारों ऑफबीट क्षेत्रों में कैरियर को एक बेहतरीन मुकाम देने के साथ अलग पहचान बनाने के मौके भी हैं. जानें विस्तार से…
ब्रॉडकास्टिंग इंजीनियरिंग की दुनिया है बड़ी
ब्रॉडकास्टिंग सिस्टम मीडिया एंड एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री यानी टेलीविजन और रेडियो कार्यक्रम के प्रसारण का अाधार है. इस सिस्टम के तहत दुनिया भर के टेलीविजन और रेडियो कार्यक्रम लोगों तक पहुंचते हैं. इसमें मुख्य भूमिका निभाते हैं ब्राॅडकास्ट इंजीनियर. एफएम स्टेशन, न्यूज चैनल एवं एंटरटेनमेंट चैनल्स इंडस्ट्री में विकास ने ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग के क्षेत्र को एक आकर्षक कैरियर विकल्प बना दिया है. आप भी बना सकते हैं ब्राॅडकास्ट इंजीनियर के तौर पर कैरियर.
कब और कैसे बढ़ें आगे
ब्राॅडकास्ट इंजीनियरिंग असल में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का सब-डिवीजन है. बहुत से रास्ते हैं, जिन पर चल कर ब्रॉडकास्ट इंजीनियर बना जा सकता है. मैथमेटिक्स एवं फिजिक्स विषयों के साथ साइंस में 10+2 करने के बाद इस क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं. ब्राॅडकास्ट इंजीनियरिंग प्रोग्राम का रास्ता अप्लाइड साइंस से होकर जाता है. इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग या ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन के अलावा ब्राॅडकास्ट इंजीनियरिंग को कैरियर के तौर पर चुनने के लिहाज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, कंप्यूटर इंजीनियरिंग, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एवं आडियो इंजीनियरिंग में चार वर्षीय बैचलर कोर्स भी महत्वपूर्ण माने जाते हैं. ग्रेजुएशन के बाद ब्राॅडकास्ट इंजीनियरिंग में स्पेशलाइजेशन कोर्स या पोस्ट ग्रेजुएशन, डिप्लोमा कोर्स आदि करके भी ब्राॅडकास्टिंग के क्षेत्र में जा सकते हैं.
कुछ कोर्स को जानें
ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग के तहत कुछ महत्वपूर्ण डिग्री कोर्स हैं – इलेक्ट्रॉनिक्स, टेलीकम्युनिकेशन, कंप्यूटर, इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी जैसे विषयों में बीइ या बीटेक. इंजीनियरिंग की डिग्री से इतर भी कई कोर्स हैं, जैसे अनाउंसिंग, ब्रॉडकास्टिंग, कम्पेयरिंग एवं डबिंग में सर्टिफिकेट कोर्स, इंटरनेट ब्रॉडकास्टिंग में सर्टिफिकेट कोर्स, सेटेलाइट एंड ब्रॉडकास्ट कम्युनिकेशन में सर्टिफिकेट. डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं ब्रॉडकास्ट एनिमेशन या ब्रॉडकास्ट मीडिया में़ ब्रॉडकास्ट टेक्नोलॉजी या ब्रॉडकास्ट जर्नलिज्म या प्रिंट ब्रॉडकास्ट एवं ऑनलाइन मीडिया जर्नलिज्म में पीजी डिप्लोमा कोर्स भी है.
कहां से कर सकते हैं कोर्स
देश के कई संस्थानों में ब्राॅडकास्ट टेक्नोलॉजी में डिग्री, डिप्लोमा, पोस्ट ग्रेजुएट एवं सर्टिफिकेट लेवल के कार्यक्रम संचालित होते हैं. अधिकतर में प्रवेश परीक्षा के माध्यम से प्रवेश मिलता है. ये कोर्स कुछ इस तरह तैयार किये गये हैं, जो अभ्यर्थी को ब्रॉडकास्ट स्टेशन या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में टेक्निकल पद पर काम करने के काबिल बनाते हैं. कुछ प्रमुख संस्थान हैं – ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग सोसायटी, बेंगलुरु. एसएनएस कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी, कोयंबटूर. सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे. इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, मेरठ. ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग सोसायटी, नयी दिल्ली. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु. जामिया मिलिया इसलामिया यूनिवर्सिटी, नयी दिल्ली. जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन, मुंबई.
इन पदों पर कर सकते हैं काम
एंट्री-लेवल ब्रॉडकास्ट इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट इंजीनियर, चीफ इंजीनियर, असिस्टेंट चीफ इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट डिजाइन इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट सिस्टम इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट नेटवर्क/ मेंटिनेंस इंजीनियर, ब्रॉडकास्ट आइटी सिस्टम इंजीनियर, वीडियो ब्रॉडकास्ट इंजीनियर, टीवी स्टूडियो ब्रॉडकास्ट इंजीनियर, रिमोट ब्रॉडकास्ट इंजीनियर.
कहां हैं जॉब के मौके
ब्रॉडकास्ट इंजीनियर के लिए सरकारी एवं निजी ब्रॉडकास्टिंग ऑर्गनाइजेशन दोनों में जॉब के मौके हैं. आॅडियो विजुअल मीडिया, मसलन रेडियो स्टेशनों और टेलीविजन चैनलों में ब्रॉडकास्ट इंजीनियर्स/ टेक्नीशियन/ ऑपरेटर की बहुत मांग है. इसके अलावा वीडियो एवं रिकॉर्डिंग स्टूडियो, थिएटर, लाइव कंसर्ट, स्पोर्ट्स स्टेडियम, फिल्म इंडस्ट्री एवं मल्टीमीडिया इंडस्ट्री में ब्रॉडकास्ट इंजीनियर जॉब पा
सकते हैं.
डिजाइनिंग का कोई भी क्षेत्र हो, वह रचनात्मकता की मांग करता है. ग्राफिक डिजाइनिंग रचनात्मकता और तकनीक दोनों का मेल है. ग्राफिक डिजाइनिंग असल में विजुअल कम्युनिकेशन की एक प्रक्रिया है, जिसमें शब्द, दृश्य एवं विचार को मिलाकर एक संदेश पेश किया जाता है. मीडिया हाउस, जिसमें प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक, वेब सब शामिल हैं, एडवरटाइजिंग एजेंसी, टेलीविजन एवं फिल्म इंडस्ट्री सभी में आज बड़े पैमाने पर ग्राफिक डिजाइनिंग का काम होता है. इसलिए वर्तमान में ग्राफिक डिजाइनिंग को बेहतरीन जॉब की संभावनाआें वाले क्षेत्र में शुमार किया जाता है.
जानें कोर्स के बारे में : ग्राफिक डिजाइन के क्षेत्र में कई तरह के कोर्स मौजूद हैं. ग्राफिक डिजाइनिंग की पढ़ाई 12वीं के बाद ही शुरू कर सकते हैं. ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के बाद भी डिप्लोमा एवं पीजी डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से ग्राफिक डिजाइनिंग में कैरियर बनाया जा सकता है. ग्राफिक डिजाइनिंग में कुछ प्रमुख कोर्स हैं – फाइन आर्ट्स एवं ग्राफिक डिजाइनिंग में बैचलर डिग्री, ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजाइन, विजुअल कम्युनिकेशन डिजाइन प्रोग्राम, एडवरटाइजिंग एंड विजुअल कम्युनिकेशन कोर्स, अप्लाइड आर्ट्स एंड डिजिटल आर्ट्स, प्रिंटिंग एंड मीडिया इंजीनियरिंग, डिप्लोमा इन विजुअल कम्युनिकेशन.
कुछ प्रमुख संस्थान हैं : नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद. इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, आइआइटी, मुंबई. आइआइटी, गुवाहाटी. आइआइटी, कानपुर. सृष्टि स्कूल ऑफ आर्ट, डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी, बेंगलुरु. डिपार्टमंेट ऑफ डिजाइन, महाराष्ट्र इंस्टीट्यूट ऑफ
टेक्नोलॉजी, पुणे.
कहां कर सकते हैं जाॅब : आज ग्राफिक डिजाइनर्स न्यूज पेपर, मैग्जीन, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, एड एजेंसी, पीआर एजेंसी से लेकर फिल्म इंडस्ट्री तक हर किसी के काम का अहम हिस्सा बन चुके हैं. ग्राफिक डिजाइनिंग के क्षेत्र में जाॅब पाने के लिए डिग्री होना ही काफी नहीं है, अपने काम में माहिर होना जरूरी है. अापकी दक्षता ही आपको आगे बढ़ायेगी. आप बन सकते हैं क्रिएटिव डायरेक्टर/ आर्ट डायरेक्टर, लोगो डिजाइनर, लेआउट आर्टिस्ट, ब्रांड आइडेंटिटी डिजाइनर, फ्लैस डिजाइनर, मल्टीमीडिया डिजाइनर.
वीडियो एडिटिंग है बेहतरीन विकल्प
मीडिया एवं एंटरटेनमेंट सेक्टर में आज के दौर में वीडियो एडिटिंग एक शानदार कैरियर विकल्प है. क्रिएटिव लोगों के लिए तो इसमें आगे बढ़ने और अपनी एक जगह बनाने की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं. असल में विजुअल मीडिया में कला और सौंदर्य की पूरी प्रक्रिया एडिटिंग की तकनीक पर आधारित है. वीडियो एडिटर बनने के लिए एक अहम गुण है विजुअल्स को समझने की क्षमता. न्यूज चैनल्स, एंटरटेनमेंट चैनल, फिल्म, डॉक्यूमेंट्री, ऑनलाइन वीडियो क्लिपिंग से लेकर एड फिल्मों तक हर वीडियो एडिटिंग काम का अहम हिस्सा है. जाहिर है इस काम में वीडियो एडिटर की अहम भूमिका में होते हैं. वीडियो एडिटर का मुख्य काम होता है फिल्म एवं वीडियो को एडिट करना, विजुअल्स को सही जगह फिट करना, म्यूजिक और साउंड को अच्छी तरह मिक्स करना. इसिलए किसी भी प्रोग्राम या फिल्म कल्पना वीडियो एडिटर के बिना संभव नहीं. लगातार बढ़ते टीवी चैनलों और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के विस्तार के चलते वीडियो एडिटर की मांग तेजी से बढ़ रही है.
12वीं के बाद बढ़ें आगे : वीडियो एडिटिंग के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं, तो 12वीं के बाद से ही इसकी तैयारी शुरू कर सकते हैं. इस फील्ड में डिग्री, डिप्लोमा से लेकर शॉर्ट-टर्म कोर्स तक उपलब्ध हैं. डिप्लोमा व डिग्री कोर्स के लिए ग्रेजुएट होना आवश्यक है. इसके साथ वीडियो एडिटर के तौर पर कैरियर में सफलता प्राप्त करने के लिए विजुअल, अभिनय, संगीत, कहानी आदि की समझ का होना भी जरूरी है.
कर सकते हैं ये कोर्स : सर्टिफिकेट कोर्स कर सकते हैं- डिजिटल एडिटिंग, नॉन लाइनर एडिटिंग, प्रोफेशनल वीडियो एडिटिंग विथ एविड मीडिया कंपोजर, प्रोफेशनल वीडियो एडिटिंग विथ फाइनल कट प्रो, वीडियो एडिटिंग. डिप्लोमा कोर्स हैं- फिल्म एडिटिंग, वीडियो एडिटिंग, वीडियो एडिटिंग एंड साउंड रिकॉर्डिंग. इसके अलावा वीडियो एडिटिंग में पोस्ट ग्रेजुएट सर्टिफिकेट कोर्स एवं एडिटिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा का भी है विकल्प.
कुछ अच्छे संस्थान हैं : फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे. सत्यजीत रे फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट, कोलकाता. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ जर्नलिज्म एंड न्यू मीडिया, बेंगलुरु. व्हिसलिंग वुड्स इंटरनेशनल, मुंबई. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फिल्म एंड फाइन आर्ट्स, कोलकाता. एडिवर्क्स स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन, नोएडा. एकेडमी ऑफ एनिमेशन आर्ट एंड टेक्नोलॉजी, कोलकाता. स्कूल ऑफ मीडिया एक्टिविटर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी, पुणे.
संभावनाएं हैं यहां : न्यूज चैनल, एंटरटेनमेंट चैनल, प्रोडक्शन हाउस, वेब डिजाइनिंग कंपनी, म्यूजिक वर्ल्ड, पोस्ट प्रोडक्शन स्टूडियो, टेलीविजन कंपनियों आदि में वीडियो एडिटर के लिए काम के बहुत मौके उपलब्ध हैं. बतौर वीडियो एडिटर स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकते हैं.
एनिमेशन में संवारें भविष्य
टॉम एंड जेरी, छोटा भीम, डोरेमॉन, मिक्की माउस, डोनाल्ड डक, माेटू पतलू वो एनिमेटेड कैरेक्टर हैं, जो बच्चों सहित बड़ों का भी मनोरंजन करते रहे हैं और जिनके नाम से लगभग हर कोई वाकिफ है. ये कैरेक्टर हम तक पहुंचे कल्पनाशीलता, चित्रकारी और तकनीक के मेल से, जिसे हम एनिमेशन कहते हैं. एनिमेटेड फिल्म एवं एडवर्टाइजिंग इंडस्ट्री भारत सहित पूरी दुनिया में अपनी एक खास जगह बना चुकी है. यह तेजी से बढ़ रहे क्षेत्र के तौर पर भी जाना जाता है, जाहिर है यहां संभावनाएं भी अपार हैं.
रुचि है तो बेहिचक बढ़ें आगे : आपमें क्रिएटिविटी है और आप एनिमशन के क्षेत्र रुचि रखते हैं, तो बेहिचक इस क्षेत्र में कैरियर संवार सकते हैं. यहां मौकों की कमी नहीं है. 12वीं के बाद ही एनिमेशन के कोर्स में प्रवेश लिया जा सकता है. आप किसी अच्छे एनिमेशन इंस्टीट्यूट से अपनी योग्यता एवं जरूरत के अनुसार लांग या शॉर्ट टर्म कोर्स कर सकते हैं.
जानें, कौन-कौन से हैं कोर्स : बीए (ऑनर्स) 3डी एनिमेशन, एनिमेशन एंड ग्राफिक डिजाइन में बीए, बीएससी एनिमेशन, एनिमेशन एवं गेम टेक्नोलॉजी में बीएससी, एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया में बीएससी, एडवांस डिप्लोमा इन 3डी एनिमेशन, एडवांस डिप्लोमा इन एनिमेशन एंड विजुअल इफेक्ट्स, एडवांस डिप्लोमा इन एनिमेशन इंजीनियरिंग. एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया में एमएससी, 3डी एनिमेशन में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा, 3डी कम्युनिकेशन में पीजी डिप्लोमा.
यहां से कर सकते हैं कोर्स : ग्लोबल इंस्टीट्यूट आॅफ गेमिंग एंड एनिमेशन, चेन्नई. एकेडमी ऑफ डिजिटल आर्ट्स, नयी दिल्ली. प्रान्स मीडिया इंस्टीट्यूट, नयी दिल्ली. माया एकेडमी ऑफ एडवांस्ड सिनेमेटिक्स, मुंबई. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद. इंडस्ट्रियल डिजाइन सेंटर, आइआइटी, मुंबई. इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन एंड मीडिया टेक्नोलॉजी, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी.
मौके हैं अनगिनत : एनिमेशन इंडस्ट्री में कैरियर शुरू करने के लिए शैक्षणिक योग्यता से ज्यादा जरूरत इस काम में दक्षता की है. आज टीवी चैनलों, पोस्ट प्रोडक्शन हाउस, एड एजेंसियों, वेब कंपनियों और गेमिंग इंडस्ट्री में एनिमेशन से जुड़ी नौकरियों के अनेकों विकल्प मौजूद हैं.

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