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नाबार्ड में विकास सहायक के 85 पदों पर होगी भरती
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट की और से विकास सहायक के 85 पदों पर भरती करने के लिए संबंधी अधिसूचना जारी की गयी है. अनुभवी योग्य और इच्छूक उम्मीदवार 20 सितंबर, 2016 से पहले इंडिया में कहीं से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. पदों का विवरण विकास सहायक के कुल पदों की […]
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट की और से विकास सहायक के 85 पदों पर भरती करने के लिए संबंधी अधिसूचना जारी की गयी है. अनुभवी योग्य और इच्छूक उम्मीदवार 20 सितंबर, 2016 से पहले इंडिया में कहीं से भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
पदों का विवरण
विकास सहायक के कुल पदों की संख्या 85 है, जिसमें सामान्य के लिए 56, अनुसूचित जाति के 12, अनुसूचित जनजाति के सात और अन्य पिछड़ा वर्ग के 10 पदों पर आवेदन की मांग की गयी है.
शैक्षणिक योग्यता
मान्यताप्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन में 50 प्रतिशत अंक होने चाहिए और (अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति/ पीडब्ल्यूडी उम्मीदवारों केवल पास होने पर आवेदन कर सकते हैं) साथ ही उम्मीदवार को कंप्यूटर का ज्ञान होना चाहिए.
आयु सीमा
इन पदों के लिए आवेदन करनेवाले उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम अायु 35 वर्ष तय की गयी है. आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में नियमानुसार छूट प्रदान की जायेगी.
वेतनमान
इन पदों पर चयनित उम्मीदवारों को 8,860 रुपये प्रतिमाह वेतनमान के रूप में दिये जायेंगे.
चयन प्रक्रिया
उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जायेगा.
कैसे करें आवेदन
इच्छुक उम्मीदवार, सभी शैक्षणिक, अनुभव प्रमाण पत्रों, एवं मूल दस्तावेज की सत्यापित प्रतियों व हाल की फोटो के साथ ऑनलाइन फार्म भर कर अावेदन कर सकते हैं.
अन्य जानकारी के लिए देखें : https://www.nabard.org/pdf/final%20advt%2030%20Aug%2016.pdf
स्पेशलाइजेशन से कैरियर बढ़ेगा आगे
– मैंने बीएससी जूलॉजी ऑनर्स से किया है. आगे के बारे में नहीं सोच पा रहा हूं. कृपया मेरा मार्गदर्शन करें. इसके साथ ही बीएड और पीजी डिप्लोमा इन सेफ्टी मैनेजमेंट एंड इंडस्ट्रियल सेफ्टी के कॉलेज के बारे में भी बताएं.- निशांत पांडे
सेफ्टी के क्षेत्र में आज देश में बहुत कैरियर उपलब्ध हैं. आप सर्टिफिकेट कोर्स करके इसमें कैरियर बना सकते हैं. स्पेशलाइजेशन करने से आपको और अधिक सफलता प्राप्त होगी. आप इएचएस (एनवायर्नमेंट, हेल्थ एंड सेफ्टी) सर्टिफिकेशंस/ स्पेशलाइज्ड डिप्लोमा जैसे पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट (पीजीडीआइएसएम). इस कोर्स के बारे में जानने के लिए वेबसाइट देखें – http://www.iiism. com/. इएचएस (एनवायर्नमेंट, हेल्थ एंड सेफ्टी) कंप्लाइंस प्रोफेशन प्रोग्राम के लिए देखें – http://www.nstc.in/. इसके अलावा बहुत से सर्टिफिकेशन कोर्स हैं, इनके लिए देखें – http://www.oshainternational.com एवं http://www.safety- training-india.com/ यहां सेफ्टी के इंटरनेशनल कोर्स भी हैं. सेफ्टी ऑफिसर ट्रेनिंग एकेडमी http://www.sotaindia.com/ सभी प्रकार के कोर्स चलाती है, जैसे जनरल सेफ्टी, कंस्ट्रक्शन सेफ्टी, ऑयल फील्ड सेफ्टी, फायर सेफ्टी, रिस्क असेसमेंट आदि.
बीएड के लिए हर राज्य में प्रवेश परीक्षा होती है. उसको पास करने के बाद बीएड में एडमिशन पाते हैं और शिक्षक बनने की राह पर चल पड़ते हैं. मेरी सलाह है कि आप अपने रुझान के अनुसार ही कोर्स चुनें.
– मैंने तीन बार एआइपीएमटी और एक बार नीट दिया है, लेकिन मैं इनमें क्लियर नहीं कर पायी. अब मैं बायोटेक्नोलॉजी की तरफ जाना चाहती हूं. मैं बीएससी जूलॉजी से कर रही हूं. कृपया मुझे बताएं कि मैं कैसे अपना भविष्य बना सकती हूं?- सुजाता
आप एमएससी बायोटेक्नोलॉजी या एमबीए बायोटेक्नोलॉजी के द्वारा इस क्षेत्र में कैरियर बना सकती हैं.
एमएससी बायोटेक्नोलॉजी की कुछ अन्य डिग्री हैं – एमएससी (एग्रीकल्चर) बायोटेक्नोलॉजी, एमवीएससी (एनिमल) बायोटेक्नोलॉजी, एमटेक बायोटेक्नोलॉजी, एमएससी/ एमवीएससी वेटनरी बायोटेक्नोलॉजी, एमएससी (मरीन) बायोटेक्नोलॉजी, मेडिकल बायोटेक्नोलॉजी. ये कोर्स सरकारी और प्राइवेट सभी संस्थानों में उपलब्ध हैं. कुछ सरकारी संस्थानों के नाम हैं – हैदराबाद यूनिवर्सिटी, जवाहरलाल नेहरू यूनवर्सिटी, बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी एवं पुडुचेरी यूनिवर्सिटी आदि. कुछ प्राइवेट कॉलेज हैं – स्कूल ऑफ केमिकल एंड बायोटेक्नोलॉजी, सस्त्र यूनिवर्सिटी, तंजावुर. डिपार्टमेंट अॉफ बायोटेक्नोलॉजी, एसआरएम यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु. डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी एंड बायोइंफाॅर्मेटिक्स, जेपी यूनिवर्सिटी ऑफ इंफाॅर्मेशन टेक्नोलॉजी, सोलन, हिमाचल प्रदेश. जेपी इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, नोएडा. एमिटी इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी, नोएडा.
एमएससी (बायोटेक्नोलॉजी) कोर्स करने के बाद आप रिसर्च और टीचिंग दोनों तरह के कैरियर में आगे बढ़ सकते हैं. एमबीए (बायोटेक्नोलॉजी) के बाद आप बिजनेस फंक्शन जैसे प्रोडक्शन, बिजनेस डेवलपमेंट या प्रोजेक्ट आदि जैसे क्षेत्रों में आगे बढ़ सकते हैं.
– मैंने 2016 में सिविल इंजीनियरिंग में तीन वर्षीय डिप्लोमा पूरा किया है. क्या अब मैं बीएससी मैथ्स ऑनर्स के लिए अप्लाइ कर सकता हूं? मैं अपने कैरियर को लेकर बहुत असमंजस में हूं. कृपया मेरा मार्गदर्शन करें.- राहुल कुमार
आप 12वीं के बाद तीन वर्ष का डिप्लोमा कर चुके हैं, तो अब आपको जॉब की तलाश करना चाहिए. आगे की पढ़ाई डिस्टेंस एजुकेशन से भी की जा सकती है. मेरी राय में आप आगे की पढ़ाई सिविल के क्षेत्र में या मैनेजमेंट के क्षेत्र करेंगे, तो आपको लाभ होगा.
– मेरी उम्र 45 वर्ष है और मैं हाउसवाइफ हूं. मैंने 12वीं 52 प्रतिशत अंकों में पास किया है और डिस्टेंस लर्निंग से ग्रेजुएशन किया है. क्या मेरे लिए जॉब पाने की कोई गुंजाइश है?
– मधु संजीव
आज ग्लोबलाइजेशन के दौर की सबसे बड़ी बात यही है कि इसमें हर एक के लिए कुछ-न-कुछ उपलब्ध है. जरूरत है, तो बस इच्छाशक्ति और पक्के इरादे की. आप ग्रेजुएट हैं ये तो अच्छी बात है, उसके आगे आपको अपने आप पर भरोसा करना होगा, तभी कोई कंपनी आप पर भरोसा करेगी. अगर आपका कम्युनिकेशन ठीक है, तो आप एडमिनिस्ट्रेशन, बीपीओ, सपोर्ट फंक्शंस में, कंपनी या हॉस्पिटल आदि में जाॅब कर सकती हैं. अगर आप कंप्यूटर फ्रेंडली हैं, तो आपको बहुत सुविधा होगी. अगर आप कंप्यूटर और इंटरनेट से जुड़ी हैं, तो कहीं से भी ऑनलाइन एक्टिविटी शुरू कर सकती हैं, जैसे कुकिंग सिखाना, बच्चों को पढ़ाना, टिकट बुकिंग, ट्रेवल बिजनेस आदि.
– मैं सरकारी विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हूं. बैडमिंटन भी खेलता हूं. बैडमिंटन का उच्च प्रशिक्षण प्राप्त कर इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करना चाहता हूं, पर मेरी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है. कृपया बताएं कि मेरा लक्ष्य कैसे पूरा हो सकता है?
– कार्तिक कुमार झा
आज के दौर में सभी के लिए आगे बढ़ने के अवसर उपलब्ध हैं. लेकिन उसके लिए जरूरी बात है पक्का इरादा, जीतोड़ मेहनत और हार न मानना. अगर आपके अंदर ये गुण हैं, तो आप पूरी मेहनत से जुट जाइए. दृढ़ निश्चय और लगन से आगे की राह अवश्य बनेगी. खूब जम कर प्रैक्टिस करिए, क्योंकि यह आप अपनी जाॅब के साथ कर सकते हैं.
एक अच्छे गुरु या कोच की तलाश करें, क्याेंकि वो जरूरी और मददगार होगा. उसके बाद कोई स्पॉन्सर खोजें, जो आपको कुछ आर्थिक मदद
कर सके. (यह आपके कुछ जाननेवाले लोग मिल कर भी कर सकते हैं.) बैडमिंटन एक एक्सपेंसिव स्पोर्ट्स है, आप किसी स्पोर्ट्स कंपनी से भी बात कर सकते हैं. इसके अलावा सबसे जरूरी बात है आपकी प्रतिभा और टैलेंट. जब तक लोगों को आपकी प्रतिभा और टैलेंट पर भरोसा नहीं होगा, गाड़ी आगे बढ़ाने में मुश्किल होगी. आप पूरी लगन से मेहनत करें और जरूरत पड़े, तो सरकार के खेल प्राधिकरण से भी संपर्क करें.
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