नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के बचाव में दिए गए बयान के लिए एनसीडब्ल्यू द्वारा तलब किए जाने पर आप नेता आशुतोष ने आज 2009 के गुजरात जासूसी प्रकरण का मुद्दा उठाते हुए मांग की कि राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) पहले उस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की कथित भूमिका की जांच करे.
आशुतोष ने आज एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम से मुलाकात की. कुमारमंगलम ने आशुतोष को उनके विवादास्पद ब्लॉग के लिए तलब किया था जिसमें वह कुमार के समर्थन में आए थे. कुमार को कथित सेक्स स्कैंडल को लेकर मंत्री पद से बर्खास्त कर दिया गया था. आशुतोष ने 2009 की कथित जासूसी घटना के बारे में एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष को लिखित शिकायत दी. इसे उन्होंने बाद में ट्विटर पर साझा किया.
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप मुझे फांसी पर लटकाना चाहते हैं, मुझे लटका दें. लेकिन मुझे आपका ध्यान और गंभीर आरोपों की ओर लाने दें.” उन्होंने कहा, ‘‘—एक महिला को संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों ने प्रताडित किया था. अगर यह बिना जांच और लोगों को दोषी पाए जाने पर दंडित किये बिना चला जाता है, तो इस देश की महिला खासतौर पर एनसीडब्ल्यू में और न्याय में आस्था खो बैठेगी.” आशुतोष ने अपने पत्र में कहा, ‘‘—-न्याय की मांग है कि आपके नेतृत्व वाली एनसीडब्ल्यू को इस मामले का गंभीरता से संज्ञान लेना चाहिए, अमित शाह और नरेंद्र मोदी को नोटिस भेजें और स्पष्टीकरण के लिए उन्हें तलब करें और वैसे ही जांच करें जैसे आपने मुझे नोटिस भेजा है.”
जासूसी विवाद तब पैदा हुआ था जब दो जांच पोर्टलों ने 2013 में दावा किया कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री अमित शाह ने किसी ‘साहेब’ के कहने पर एक महिला की अवैध निगरानी का आदेश दिया था. वह साहेब कथित तौर पर मोदी थे. भाजपा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था और इसे प्रतिद्वंद्वियों के ‘डर्टी ट्रिक्स’ विभाग की करतूत बताया था.
आशुतोष ने आज ट्वीट किया, ‘‘एनसीडब्ल्यू अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी, अमित शाह के खिलाफ शिकायत दर्ज करने और एक महिला की जासूसी को लेकर कार्रवाई करने का वादा किया है. शुक्रिया मैडम.” कुमारमंगलम ने हालांकि इसका खंडन किया और कहा कि उन्हें सिर्फ शिकायत मिली है.
कुमारमंगलम ने कहा, ‘‘कथित जवाब में उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आरोप लगाए. आयोग को पत्र मिला है और हमने उन्हें सूचित किया है कि हम पत्र पर विचार करेंगे और अगले कुछ दिनों में अपने जवाब के बारे में उन्हें जानकारी देंगे.” कुमारमंगलम ने कहा, ‘‘—हमने कहा है कि हम पत्र पर अपने अधिकार क्षेत्र के अनुसार विचार करेंगे. हम आगे क्या कर सकते हैं इसपर आगे फैसला तभी किया जाएगा जब हम अपनी कानूनी टीम के साथ बैठेंगे.” उन्होंने यह भी कहा कि एनसीडब्ल्यू ने आप नेता के जवाब को ‘संतोषजनक’ नहीं माना.
आशुतोष ने बाद में मीडिया से कहा, ‘‘मैंने साफ तौर पर कहा है कि एनसीडब्लयू का मुझे तलब करने वाला पत्र मेरी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का हनन है.” एनसीडब्ल्यू ने इस सप्ताह की शुरुआत में आशुतोष को उनके निंदनीय ब्लॉग पर आपत्ति जताते हुए तलब किया था—जिससे पितृसत्तात्मकता और स्त्री द्वेष की बू आती है. आशुतोष ने सेक्स सीडी विवाद पर एनडीटीवी की वेबसाइट के लिए एक ब्लॉग लिखा था, जिसमें दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार शामिल थे.