चंडीगढ़ : हरियाणा में आज सड़क परिवहन कर्मचारी यूनियनों का हड़ताल को लेकर विभाजन को गया. सरकार के साथ समझौता कर कुछ यूनियनों ने अधिकांश मांगे पूरी होने पर हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया तो दूसरी ओर कुछ परिवहन कर्मचारी यूनियन ने सरकारी कर्मचारियों, निगम, एवं मंडल कर्मचारियों के साथ हड़ताल जारी रखी है.
अधिकारियों ने यहां बताया कि रोडवेजकर्मियों की करीब पांच यूनियनों ने प्रदेश के उद्योग मंत्री रणदीप सिंह सुरजेवाला के निवास पर चार घंटे से अधिक चली लम्बी बैठक में समझौते के बाद हड़ताल समाप्त कर दी. बैठक रात को 12 बजे से तड़के 3.45 बजे तक चली.
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी समन्वय समिति के सदस्य दलबीर नेहरा ने कहा कि राज्य सरकार के प्रतिनिधियों के साथ सफल बैठक के बाद कर्मचारी यूनियनों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है.
बैठक में आल हरियाणा रोडवेज वर्कस यूनियन, हरियाणा रोडवेज कम्बांइड एम्पलाइज आर्गनाइजेशन, रोडवेज कर्मचारी यूनियन, हरियाणा रोडवेज वर्कस यूनियन और हरियाणा रोडवेज मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल हुये.कर्मचारी यूनियनों के साथ सुरजेवाला की बैठक में परिवहन मंत्री आफताब अहमद और मुख्यमंत्री के उप मुख्य सचिव आर एस दून भी मौजूद थे.
हालांकि हरियाणा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सरवत सिंह पूनिया ने कहा कि हड़ताल आंशिक रप से ही समाप्त हुयी है. उन्होंने कहा कि फतेहाबाद, सिरसा, झज्जर, जींद, मेवात, हिसार और फरीदाबाद डिपो की की बसें आज भी हड़ताल में शामिल होकर नहीं चलीं.
उन्होंने कहा कि हमारी यूनियन में करीब दस हजार सदस्य हैं. वह अब भी हड़ताल पर हैं और बसें नहीं चल रही हैं. उन्होंने कहा कि आज कर्मचारियों ने बस स्टेंड, डिपो और वर्कशाप पर विरोध प्रदर्शन भी किया.
हरियाणा सर्व कर्मचारी संघ के महासचिव सुभाष लाम्बा ने कहा कि सरकार के विभिन्न विभागों के करीब दो लाख कर्मचारी जिनमें स्वास्थ्य, उर्जा, शिक्षा विभाग के कर्मियों के साथ निगम , मंडल और विश्वविद्यालयों के कर्मचारी भी हड़ताल पर हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी मुख्य मांग, हरियाणा में 3519 प्रायवेट रट परमिट रद्द करने को अभी स्वीकार नहीं किया है. यह परमिट मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रायवेट बस आपरेटरों को दिये थे. सुरजेवाला ने कहा कि विभाग प्रायवेट मार्गो पर भी जल्दी ही निर्णय लेगा. हरियाणा रोडवेज के पास 18000 कर्मचारियों के साथ 4000 बसों का बेड़ा है. हरियाणा के विभिन्न विभागों की विभिन्न यूनियनों के कर्मचारी 23 जनवरी तक हड़ताल पर रहेगें.