नयी दिल्ली : अब जबकि लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में होने वाले हैं, संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि सरकार लेखानुदान पारित कराने के लिए फरवरी के पहले पखवाडे में संसद का सत्र बुला सकती है.
नाथ ने कहा, हम फरवरी के पहले पखवाडे में संसद का सत्र बुलाने जा रहे हैं और जैसी कि परंपरा है, यह सत्र लगभग 15 दिन या 10 बैठकों वाला होगा. मंत्री प्रवासी भारतीय दिवस समारोह के मौके पर संवाददाताओं से अलग से बात कर रहे थे.
चुनाव आयोग के सूत्रों ने संकेत दिया है कि लोकसभा चुनाव अप्रैल-मई में पांच से छह चरणों में होने की उम्मीद है. परंपरा के मुताबिक सरकार लेखानुदान पारित करती है और चुनाव बाद बनने वाली सरकार बजट पेश करती है.
सरकार की भ्रष्टाचार रोधी कुछ महत्वपूर्ण विधेयक पारित करने की भी योजना है. नाथ ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि लोकपाल विधेयक पारित कराने के बाद संप्रग चाहती है कि भ्रष्टाचार रोधी कुछ अन्य महत्वपूर्ण विधेयक भी पारित हों जो कांग्रेस और सरकार के एजेंडा में हैं. रेलवे लेखानुदान और लेखानुदान के अलावा हम ये कार्य (विधेयक पारित कराना) भी करेंगे.
उन्होंने इस बात से इंकार किया कि सरकार आगामी लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखकर ये विधेयक पारित कराना चाहती है. व्हिसिल ब्लोअर विधेयक, न्यायिक जवाबदेही विधेयक, भ्रष्टाचार रोकथाम संशोधन विधेयक, सिटिजन चार्टर विधेयक, सेवाओं की समय पर आपूर्ति विधेयक और सार्वजनिक खरीद विधेयक संसद में लंबित हैं.
इससे पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कह चुके थे कि इन विधेयकों को पारित कराने के लिए संसद के शीतकालीन सत्र की अवधि बढायी जानी चाहिए. संसद सत्र शीतकालीन सत्र की निरंतरता में होगा क्योंकि दोनों ही सदनों का सत्रावसान नहीं किया गया है.