नयी दिल्ली : भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा है कि वह न्यायमूर्ति(सेवानिवृत्त)ए के गांगुली को प्रताड़ित किए जाने से रोकने के लिए कदम उठाएं. न्यायमूर्ति गांगुली एक लॉ इंटर्न का यौन उत्पीड़न करने के आरोपों का सामना कर रहे हैं.
सिंह को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि सच का निर्धारण करने के लिए निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश पर एक पूर्व इंटर्न द्वारा ‘अशोभनीय आचरण’ से संबंधित मीडिया चालित प्रकरण में क्या हुआ.
स्वामी ने कहा, ‘‘इस मोड़ पर यह बेहद महत्वपूर्ण है कि न्यायमूर्ति गांगुली को सुने बिना महज उन्हें दोषी ठहराने के लिए जल्दबाजी में कोई कार्रवाई करने से पहले जांच पूरी की जाए.’’उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के कार्यकाल को संचालित करने वाला कानून साफ करता है कि अध्यक्ष को तभी हटाया जा सकता है जब उसे दोषी ठहराया गया हो.
पूर्व लॉ इंटर्न ने आरोपों का खंडन करने के लिए न्यायमूर्ति गांगुली पर पलटवार किया है और इस बात का संकेत दिया है कि वह पुलिस में शिकायत दायर कर सकती है.