नयी दिल्ली: भारत ने आज जोर देकर कहा कि वह ईरान के साथ अपनी द्विपक्षीय आर्थिक गतिविधियों को जारी रखेगा. भारत ने स्पष्ट किया है कि दुनिया के दूसरे देशों के साथ ईरान के मुद्दों को द्विपक्षीय वैध आर्थिक संबंधों में बाधा नहीं बनना चाहिये.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि भारत हमेशा से कहता रहा है कि वह आर्थिक दृष्टि से ईरान के साथ जुड़ा रहेगा. उन्होंने कहा कि भारत ईरान के चाबहार बंदरगाह परियोजना के विकास के अलावा उर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने की भी संभावना तलाशेगा प्रवक्ता ने कहा कि उर्जा सहयोग का प्रमुख क्षेत्र है जिसे हम आगे बढ़ाना चाहेंगे. इसके अलावा चाबहार बंदरगाह परियोजना में हमारी काफी रचि है. उन्होंने कहा कि एकतरफा प्रतिबंधों के बावजूद बंदरगाह आधारित गतिविधियां प्रभावित नहीं होती हैं.
उन्होंने कहा कि भारत उर्जा क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के मुद्दे पर ईरान से संपर्क में है, जिसको भविष्य में सामने लाया जाएगा. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘आप इस पर निश्चिंत रह सकते हैं कि जिन पर हम विचार कर रहे हैं वे गतिविधियां होंगी.’’ ईरान के उप विदेश मंत्री इब्राहिम रहीमपुर तथा विदेश सचिव सुजाता सिंह के बीच इसी सप्ताह हुई बैठक का ब्योरा देते हुए उन्होंने कहा कि ईरानी नेता ने ईरान तथा दुनिया की महाशक्तियों के बीच अंतरिम करार के बाद स्थिति का विस्तार से ब्योरा दिया.