नयी दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) को समर्थन देने के मुद्दे पर जमात-ए-इस्लामी हिंद सहित देश के कुछ प्रमुख मुस्लिम संगठन आगामी 19 नवंबर को फैसला करेंगे. ‘डेल्ही स्टेट कोऑर्डिनेशन कमिटी’ (डीएससीसी)नामक संस्था ने 19 नवंबर को दिल्ली के मावलंकर हॉल में मुस्लिम संगठनों की एक बैठक बुलाई है जिसमें ‘आप’ को समर्थन देने और मौजूदा राजनीतिक माहौल में मुस्लिम समुदाय की दशा एवं दिशा पर चर्चा की जाएगी.
डीएससीसी के वरिष्ठ पदाधिकारी और पीस पार्टी के पूर्व महासचिव चौधरी मोहम्मद यामीन नेकहा, ‘‘दिल्ली में लोग कांग्रेस और भाजपा से अलग तीसरा विकल्प चाहते हैं. मुस्लिम समुदाय के सामने सबसे बड़ा सवाल यही रहा है कि वह कांग्रेस के अलावा किसको वोट दे. ऐसे में आम आदमी पार्टी तीसरे विकल्प के रुप में सामने आई है. इस बैठक में मुस्लिम संगठन अरविंद केजरीवाल की पार्टी को समर्थन देने तथा कुछ दूसरे राजनीतिक मुद्दों के बारे में फैसला करेंगे.’’उन्होंने कहा, ‘‘19 नवंबर की बैठक में ऑल इंडिया मुस्लिम मजलिस-ए-मुशावरत, जमात-ए-इस्लामी हिंद तथा कुछ दूसरे मुस्लिम संगठनों को इस बैठक के लिए आमंत्रित किया गया है.’’
‘आप’ के नेता और पूर्व सांसद इलियास आजमी ने कहा, ‘‘मुस्लिम समुदाय के लोग भाजपा और कांग्रेस दोनों से परेशान हैं. उनके पास दिल्ली में विकल्प नहीं था. इस बार उम्मीद है कि लोगों एकजुट होकर इन दोनों दलों को हराएंगे.’’गौरतलब है कि आप नेता केजरीवाल मुस्लिम समुदाय को अपनी ओर आकर्षित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. पिछलों दिनों उन्होंने जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख जलालुद्दीन उमरी और बरेली के मौलाना तौकीर रजा से मुलाकात की थी. तौकीर रजा के साथ उनकी मुलाकात को लेकर विवाद खड़ा हो गया था.