नयी दिल्ली : दूरसंचार मंत्री कपिल सिब्बल ने आज भाजपा नेता यशवंत सिन्हा पर हमला बोलते हुए कहा कि सिन्हा स्पेक्ट्रम कीमत में कमी संबंधी ट्राई की सिफारिशों में घोटाले का आधारहीन व बेतुका आरोप लगा रहे हैं.सिब्बल का कहना है कि भाजपा नेता ने ये आरोप लोकसभा चुनावों को देखते हुए लगाये हैं. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, यशवंत सिन्हा हर बात में घोटाला सूंघ लेते हैं. मुझे याद है कि पहले भाजपा ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि ट्राई की सिफारिशें स्वीकार नहीं की गईं इसलिए घोटाला हो गया अब, अगर सरकार ने ट्राई की सिफारिशों को आंशिक स्वीकार कर लिया है तो भी घोटाला है. अधिक आरक्षित मूल्य या आधार मूल्य के चलते दो बार स्पेक्ट्रम नीलामी में नाकामी के बाद भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) ने पिछले महीने सिफारिश की है कि नीलामी के लिए स्पेक्ट्रम का आरक्षित न्यूनतम मूल्य 60 प्रतिशत तक नीचे रखा जाए.
सिब्बल के मंत्रालय से सम्बद्ध दूरसंचार आयोग ने सेबी की सिफारिशों में पिछले सप्ताह सिफारिशों में कुछ संशोध कर उन्हें इस स्पेक्ट्रम पर मंत्रियों के अधिकारसंपन्न समूह को भेजा है. आयोग ने सुझाव दिया है कि ट्राई की सिफारिश की तुलना में अखिल भारतीय स्तर पर 1800 मेगाहट्र्ज स्पेक्ट्रम के लिए आरक्षित मूल्य 15 प्रतिशत तथा दिल्ली व मुंबई जैसे प्रमुख सर्किलों के लिए 25 प्रतिशत बढाया जाए.इस बढोतरी के बाद भी स्पेक्ट्रम का आरक्षित मूल्य पिछले दो नीलामियों से काफी कम ही रहेगा. सिन्हा ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में दवा किया कि ट्राई द्वारा स्पेक्ट्रम कीमत में कमी से सरकारी खजाने को 35000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.सिब्बल ने कहा, यशवंत सिन्हा को हमें बताना चाहिए कि स्पेक्ट्रम नीलामी कैसे व किस कीमत पर की जाए क्योंकि वे तो हर चीज के विशेषज्ञ लगते हैं. यशवंत सिन्हा को बेतुके व आधारहीन आरोप लगाने से पहले सोचना चाहिए. सिब्बल ने कहा कि आम चुनाव पास देखकर भाजपा इस तरह के मुद्दे उठा रही है.