कोलकाता : वाहनों के कारण होने वाले प्रदूषण ने कोलकाता के ऐतिहासिक स्थल विक्टोरिया मेमोरियल को ही नुकसान नहीं पहुंचाया है, अपितु इस शानदार स्मारक और इससे सटे ‘मैदान’ इलाके के आसपास की हवा को इतना दूषित कर दिया है कि अब यहां सुबह की सैर करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है.
एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है.
उन्होंने कहा, ‘‘ यह विडम्बना है कि जो लोग स्वच्छ हवा में सांस लेने के लिए मैदान हैं, असल में जहरीली गैसें उनके शरीर में प्रवेश करती हैं.’’पर्यावरणीय संगठन एसएमजी-एचएआई ने प्रदूषण के स्तर का पता लगाने के लिए विक्टोरिया मेमोरियल के निकट इंफ्रारेड फोटोकॉपी मीटर और धूल संचायक मशीन लगाई है.रिपोर्ट में कहा गया है कि सुबह चार बजे से आठ बजे के दौरान औसत एसपीएम(सस्पेंडेड पर्टिकुलेट मेटर )का स्तर 227 मिलीग्राम प्रति घन मीटर है जबकि स्वीकार्य सीमा 100 मिलीग्राम प्रति घन मीटर है.
उन्होंने कहा, ‘‘ इस इलाके में यातायात को कम किया जाना चाहिए क्योंकि वाहन सबसे बड़े प्रदूषक हैं.’’राष्ट्रीय पर्यावरणीय इंजीनियरिंग अनुसंधान संस्थान ने इससे पहले जारी अपनी रिपोर्ट में कहा था कि वायु प्रदूषकों के कारण विक्टोरिया मेमोरियल के सफेद संगमरमर का रंग पीला पड़ गया है.विक्टोरिया मेमोरियल, सेंट पॉल्स चर्च और एसएसकेएम अस्पताल आदि के शहर के बीचों बीच स्थित मैदान इलाके में होने कारण यहां काफी भीड़ रहती है.