11.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

11.12.13 है खास, होगी हजारों शादियां

नयी दिल्ली :11.12.13 अगले महीने आने वाली ऎसी तारीख जिसके बाद ऎसी किसी जादुई तारीख के लिए एक सदी तक इंतजार करना पड़ सकता है.यानी इस पीढ़ी के लिए यह आखिरी मौका है और सभी इसे यादगार बनाने के जतन में जुटे हैं. सबसे ज्यादा क्रेज शादी और संतान के जन्म को लेकर है. हालत […]

नयी दिल्ली :11.12.13 अगले महीने आने वाली ऎसी तारीख जिसके बाद ऎसी किसी जादुई तारीख के लिए एक सदी तक इंतजार करना पड़ सकता है.यानी इस पीढ़ी के लिए यह आखिरी मौका है और सभी इसे यादगार बनाने के जतन में जुटे हैं. सबसे ज्यादा क्रेज शादी और संतान के जन्म को लेकर है.

हालत यह है कि इस तारीख पर न तो किसी मैरिज गार्डन या होटल में जगह बची है और न ही धर्मशाला में.11 दिसंबर 2013 कहने को तो एक तारीख ही है, लेकिन यह इस सदी की सबसे खास तारीख है और इस पीढ़ी की भी. ऎसी किसी विशेष तारीख को देखने का मौका अब 22वीं सदी में ही मिलेगा.

न्यू यॉर्क डेली न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक एक फर्म की ओर से कराए गए सर्वे में पता चला कि इस महीने की 12 तारीख यानी नवंबर के दूसरे मंगलवार को होने वाली शादियों में साल 2012 के मुकाबले 722 फीसदी का इजाफा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, 2012 में अमेरिका में नवंबर के दूसरे मंगलवार को सिर्फ 371 फीसदी कपल्स ने शादी रचाई थी.

नया मिलेनियम शुरू हुआ तो ऐसी दिलचस्प तारीखों की झड़ी लग गई. मसलन, रिपीटिंग डेट 1 जनवरी, 2001 यानी 01-01-01. रिवर्सिबल डेट 2 जनवरी 2010 (01-02-2010) रिपीटिटिव डेट 20 अक्टूबर 2010(20-10-2010) और सीक्वेंसियल डेट 2 जनवरी 2003 (1-02-03).

12.12.12कोकैसेभूलेंगेआप:12 दिसंबर 2012 की तारीख को कैसे भूलेंगे आप. कहा जा रहा था कि यह तारीख कायनात की आखिरी तारीख होगी. इस दिन कयामत आने तक का अंदेशा जाहिर किया जा रहा था. इसके पीछे तर्क था कि माया सभ्यता के कैलेंडर में इसके आगे की तारीख ही नहीं है. दुनिया के खत्म होने के अंदेशे के बीच पूरे विश्व में इसके मनाने की तैयारियां की गईं.

द एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी ऑफ द पैसिफिक ने तो इसे बाकायदा ऐंटि-डूम्सडे (प्रलय विरोधी दिवस के तौर पर) मनाया, ताकि लोग किसी भी चीज के बारे में तर्कपूर्ण सोच रख सकें. 12.12.12 को लोगों ने इसलिए भी यादगार बनाया क्योंकि ऐसी ताऱीख अब तकरीबन 88 साल बाद 1 जनवरी 2101 में आएगी. तब तक हम में से शायद ही कोई मौजूद रहे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें