नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुवैत के प्रधानमंत्री शेख जाबेर अल.मुबारक अल.हामाद अल.साबाह के बीच शुक्रवार को यहां उर्जा और निवेश में सहयोग के साथ साथ श्रम कानूनों के मुद्दे पर विस्तारपूर्वक चर्चा हुई जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किये गये.ये समझौते सजा प्राप्त व्यक्तियों को सौंपने के अलावा संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग सहित विभिन्न क्षेत्रों में किये गये. इस दौरान दोनों नेताओं के साथ उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी बैठक में शामिल थे.
कुवैत के प्रधानमंत्री के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मनमोहन ने कहा .आज, दुनिया के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में कुवैत हमारा सबसे मूल्यवान, भागीदार और एक नजदीकी दोस्त राष्ट्र है, वह हमारी उर्जा सुरक्षा के लिये काफी महत्वपूर्ण है और साथ ही हमारे निर्यात के लिये एक बड़ा बाजार भी है.
वहां 70 लाख से अधिक भारतीय काम करते हैं और अपनी आजीविका कमाते हैं. कुवैत में भारतीय कर्मियों का जिक्र करते हुये मनमोहन सिंह ने कहा कि इनमें कई अकुशल हैं जबकि कुछ अर्ध.कुशल श्रमिक हैं. .ऐसे में मैं, प्रधानमंत्री से कुवैती नेतृत्व के लगातार समर्थन देते रहने का आग्रह करता हूं ताकि कुवैती कानून और श्रमिक कल्याण उपायों का उन्हें पूरा लाभ मिलता रहे..कुवैती नेता ने कुवैत में रह रहे भारतीयों के वहां की अर्थव्यवस्था में दिये जा रहे योगदान की सराहना की.
खाड़ी देशों से वहां अवैध रुप से रह रहे कई भारतीयों को वापस भेज दिये जाने की पृष्टभूमि में यह मुद्दा सामने आया. कुवैत सहित खाड़ी देशों में श्रम कानूनों का सख्ती से पालन किये जाने के बाद कई भारतीयों को वापस भेजा गया.