चेन्नई : कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र की पहली इकाई को आज दक्षिणी उर्जा ग्रिड के अनुरुप कर लिया गया.उर्जा उत्पादन के क्षेत्र में भारत और रुस के बीच हुई महत्वाकांक्षी परमाणु संधि के तहत तमिलनाडु में बन रहे इस उर्जा संयंत्र के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है.
कुडनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र :केएनपीपी: के कार्यस्थल निदेशक आर एस सुंदर ने पीटीआई से कहा, ‘‘कुडुनकुलम परमाणु उर्जा संयंत्र की पहली इकाई को कल देर रात 2.45 बजे दक्षिणी ग्रिड के अनुरुप किया गया. यह 75 मेगावाट बिजली का उत्पादन कर रही है.’’यह ऐसे समय हुआ है, जब प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह रुस की दो दिवसीय यात्र पर गए हुए हैं.
कुडुनकुलम परमाणु संयंत्र परिसर के दो नए संयंत्रों के समझौते दायित्व प्रावधानों को लेकर अटके पड़े हैं. सिंह और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कल इन कानूनी अड़चनों से उबरने के लिए इस परियोजना से जुड़े ‘सभी लंबित मुद्दों के समाधान’ का प्रण लिया था. रुस नए भारतीय कानून के तहत दायित्व प्रावधानों के प्रयोग का विरोध कर रहा है.
कुडुनकुलम संयंत्र की पहली इकाई 13 जुलाई को ही निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है. परमाणु उर्जा नियामक बोर्ड ने अगस्त महीने में इसके उर्जा उत्पादन में 50 फीसदी तक की बढ़ोतरी करके इसे 500 मेगावाट करने की मंजूरी दी थी.