सूरत : दो बहनों द्वारा आसाराम और उनके पुत्र के खिलाफ दायर यौन उत्पीड़न के मामले में नारायण साई की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई आज उस वक्त स्थगित कर दी गई जब अभियोजन पक्ष ने अपना विस्तृत जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगा.
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश पी पी शाह ने अभियोजन पक्ष को दो दिन का समय दिया है और याचिका पर अगली सुनवाई की तारीख 17 अक्तूबर निर्धारित की है. सुनवाई शुरु होने पर लोक अभियोजक नयन सुखदवाला ने साई की अग्रिम जमानत याचिका के खिलाफ विस्तृत जवाब दायर करने के लिए समय दिए जाने का अनुरोध किया.साई के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज है. वह फरार है. सूरत पुलिस में हाल में दो बहनों ने आसाराम और उनके बेटे नारायण साई के खिलाफ बलात्कार, यौन उत्पीड़न, अवैध रुप से कैद करने और अन्य आरोप लगाए थे.
आसाराम के खिलाफ शिकायत अहमदाबाद में चंदखेड़ा थाने में स्थानांतरित कर दी गई थी क्योंकि कथित घटना आसाराम के यहां स्थित आश्रम में हुई थी. दोनों बहनों में बड़ी बहन ने अपनी शिकायत में आसाराम पर 1997 से 2006 के दौरान उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. उस दौरान वह अहमदाबाद शहर के बाहरी हिस्से में आश्रम में रह रही थी.
छोटी बहन ने साई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उसने साई पर 2002 और 2005 के बीच बार-बार उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. साई के पता-ठिकाने का पता नहीं है. आसाराम और साई दोनों ने गुजरात उच्च न्यायलय में याचिका दायर की थी जिसमें उसके खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों को निरस्त करने की मांग की गई थी.