नयी दिल्ली : पाकिस्तान भले ही उधमपुर में जिंदा पकड़े गये आतंकी नावेद को अपना नागरिक मानने से इनकार कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान के फैसलाबाद में मौजूद नावेद के पिता मोहम्मद याकूब ने उसकी शिनाख्त कर ली है. अंगरेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स ने नावेद के पिता मोहम्मद याकूब से फोन पर बात करने का दावा किया है.
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक मोहम्मद याकूब ने खुद को नावेद का बदनसीब बाप बताते हुए पाकिस्तान में अपनी जान का खतरा जाहिर किया है. याकूब ने कहा, यहां मुझे मार दिया जायेगा. लश्कर हमारे पीछे है और फौज हमारे पीछे है.’’ बुधवार को ऊधमपुर में हमले के दौरान जिंदा पकड़े गये आतंकी मोहम्मद नावेद ने उससे पूछताछ करनेवालों को जो फोन नंबर दिया था, उस पर संपर्क करने पर याकूब से बात हुई.
हम मार दिये जायेंगे
याकूब ने कहा कि आप भारत से फोन कर रहे हैं. हम मार दिये जायेंगे. आवाज से परेशान लग रहे याकूब ने कहा, लश्कर हमारे पीछे है. लश्कर शायद चाहता था कि मेरा बेटा मारा जाये और वह जिंदा न पकड़ा जाये. उसे बचा लो. अखबार के मुताबिक फोन पर यह बातचीत दोपहर एक बज कर 22 मिनट पर की गयी. इस पर एक मिनट 20 सेकेंड बात हुई. इसके बाद डरा हुआ याकूब कुछ देर के लिए खामोश हो गया और फिर यह फोन स्विच ऑफ हो गया. अखबार के अनुसार खबर है कि पाकिस्तानी पत्रकारों को फैसलाबाद के गुलाम मोहम्मदाबाद इलाके में जाने से रोका गया. नावेद ने अपने घर का पता यहीं का बताया था.
प्राथमिकी दर्ज
चेनानी थाने में शस्त्र कानून, गैरकानूनी गतिविधियां निरोधक कानून तथा अन्य कानूनों के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
एनआइए ने संभाली जांच
एनआइए ने हमले की जांच अपने हाथों में ले ली है. आइजी संजीव कुमार सिंह की अगुवाई में एनआइए की टीम बुधवार से ही जम्मू में है. उसने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया. 26/11 हमले के बाद एनआइए का गठन किया गया था. सिंह पश्चिम बंगाल के बर्दवान विस्फोट समेत आतंकवाद से जुड़े कई महत्वपूर्ण मामलों की जांच का दायित्व संभाल रहे हैं.