मुंबई: सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र में कुछ राजनीतिज्ञ चीनी मिलों को ‘बीमार’ घोषित करके उन्हें निजी कंपनियों को बेचने की सांठगांठ किए हुये हैं.
हजारे ने यहां मेधा पाटेकर और लोकसभा सदस्य राजु शेट्टी के साथ किसानों की एक रैली को संबोधित किया. उन्होंने मिलों की बिक्री के मामलों की न्यायिक जांच कराने की मांग भी की है. हजारे ने कहा, कई चीनी मिलों और कपास मिलों को बीमार घोषित किया गया है और इन्हें निजी कारोबारियों को मामूली कीमत पर बेच दिया गया. रैली के नेताओं ने बाद में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से मुलाकात की.
शेट्टी ने कहा, मुख्यमंत्री ने हमें वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जांच कराने का आश्वासन दिया. हालांकि उन्होंने इस बात को भी कहा कि क्या एक अधिकारी भ्रष्ट मंत्री की जांच करने में सक्षम होगा. उन्होंने कहा कि घाटे में चलने वाले चीनी मिल को निजी कंपनी को बेचने पर रोक वाले सरकारी आदेश के बावजूद हाल ही में एक चीनी फैक्टरी एक राजनीतिज्ञ को बेचा गया.