नयी दिल्ली: हरित इमारतों के मामले में शीर्ष 10 देशों में भारत तीसरे स्थान पर है. यूएस ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल ने अमेरिकी को छोडकर एलईईडी आधारित हरित इमारत की सूची में यह बात कही है.काउंसिल ने एक बयान में कहा कि एलईईडी का जन्मस्थान अमेरिका है. उसे इस सूची में जगह नहीं मिली है लेकिन दुनिया का सबसे बडा एलईईडी बाजार है. एलईईडी (लीडरशिप इन एनर्जी एंड इनवायरनमेंटल डिजाइन) हरित इमारतों के डिजाइन, निर्माण, आपरेशन तथा रखरखाव के लिये रेटिंग प्रणाली का प्रारुप है.
बयान में कहा गया है, भारत एलईईडी के लिये यूएसजीबीसी की 10 देशों की दूसरी सालाना रैंकिंग में तीसरे स्थान पर है. कनाडा और चीन क्रमश: पहले और दूसरे स्थान पर है.यूएसजीबीसी ने कहा कि शीर्ष 10 देशों की सूची यह रेखांकित करती है कि इन देशों ने टिकाउ इमारतों के डिजाइन में उल्लेखनीय तरक्की की है.
सूची तैयार करने में देशों में सकल वर्ग मीटर तथा तथा एलईईडी परियोजनाओं की संख्या का विश्लेषण किया गया. भारत में 1,883 एलईईडी प्रमाणित तथा पंजीकृत परियोजनाएं जबकि कनाडा तथा चीन में क्रमश: 4,814 तथा 2,022 ऐसी परियोजनाएं हैं.
अमेरिकी सूची में शामिल नहीं है और वहां ऐसी 53,908 एलईईडी प्रमाणित परियोजनाएं हैं. एलईईडी प्रमाणित परियोजनाओं में उर्जा एवं जल संशाधनों का दक्ष उपयोग किया जाता है, कार्बन उत्सर्जन में कमी आती है तथा वहां रहने वाले लोगों, कर्मचारियों एवं अन्य समुदाय के लिये स्वास्थ्यवर्द्धक माहौल बनता है.