चंडीगढ़ : घूसखोरी के आरोप में अपने भांजे की गिरफ्तारी के चलते इस्तीफा देने को विवश हुए पूर्व रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने खुद को निर्दोष करार देते हुए आज कहा कि ‘‘इस मामले में कुछ नहीं निकलेगा.’’ यहां अपने निजी आवास पर स्थानीय पार्टी नेताओं के साथ बैठक में बंसल ने कहा, ‘‘मैं मामले से जुड़ा नहीं हूं. मैं आपको (पार्टी कार्यकर्ताओं) आश्वस्त करता हूं कि इस मामले में कुछ नहीं निकलेगा.’’
पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन मांगते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि मैं निर्दोष हूं.’’बंसल ने बैठक के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं फिर दोहराता हूं कि मैं निर्दोष हूं.’’ मलाईदार ओहदा दिलाने के लिए रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी से 90 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करने के आरोप में अपने भांजे विजय सिंगला की गिरफ्तारी के बाद पहली बार बीती रात अपने गृहनगर लौटे बंसल ने यहां पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की बैठक की.
बंसल के इस कदम को उनके द्वारा यह दिखाने का प्रयास माना जा रहा है कि उन्हें अब भी ‘‘पार्टी का समर्थन और नियंत्रण’’ हासिल है. पार्टी के अंदरुनी सूत्रों ने बताया कि बंसल आज पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आगामी लोकसभा चुनावों के लिए राजनीतिक रणनीति तैयार करेंगे. कथित रिश्वतखोरी के मामले में सीबीआई जांच का स्वागत करते हुए बंसल ने कहा कि ‘‘मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है.’’
उनका ध्यान जब इस ओर दिलाया गया कि भाजपा मामले में उनके परिवार की संलिप्तता के आरोप लगा रही है तो गुस्साए बंसल ने कहा, ‘‘लगता है कि मुझे आप सबको (मीडिया के लोगों को) परिवार की परिभाषा अलग अलग समझानी पड़ेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सीबाआई जांच में मेरा विश्वास है. मैं मुद्दे पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता, लेकिन मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं है.’’इस बीच, बंसल के विरोधी रहे पूर्व सांसद सत्य पाल जैन ने कहा कि वह बंसल की सचाई सामने लाएंगे. उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनके परिवार तथा उनकी कंपनियों के खिलाफ और दस्तावेज जुटा रहा हूं.’’ शहर से सांसद बंसल कोई पहली बार विवादों में नहीं हैं. हेरिटेज एजुकेशन सोसायटी के सदस्य रहे बंसल और अंबिका सोनी 2002 में एक स्कूल की स्थापना के लिए सोसायटी के लिए जमीन आवंटन को लेकर विवादों में आए थे. केंद्र शासित प्रदेश के पूर्व प्रशासक और पंजाब के पूर्व राज्यपाल जनरल (अवकाशप्राप्त) एसएफ रॉड्रिग्स तथा बंसल के बीच 2008 में चंडीगढ में कई परियोजनाओं को लेकर ‘‘गहरे मतभेद’’ सुर्खियों में रहे थे. बंसल अपनी पत्नी मधु और दो बेटों के साथ बीती रात लाल बत्ती के बिना एक एसयूवी से अपने घर पहुंचे. बंसल के भांजे विजय सिंगला को रेलवे बोर्ड के सदस्य महेश कुमार से मलाईदार ओहदे के लिये किथित तौर पर 90 लाख रुपये की रिश्वत स्वीकार करने के मामले में तीन मई को गिरफ्तार किया गया था.