गोपेश्वर: करीब तीन माह के अंतराल के बाद केदारनाथ एवं बद्रीनाथ मंदिरों में तीर्थयात्रा आज औपचारिक रुप से बहाल हो गयी. मध्य जून में भारी वर्षा और भीषण बाढ़ के कारण आयी त्रसदी की भयावह यादों को पीछे छोड़ते हुए करीब 200 श्रद्धालुओं के पहले जत्थे ने इन मंदिरों में दर्शन एवं अर्चना की. रुद्रप्रयाग के उप जिलाधिकारी लक्ष्मीराज चौहान ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नवनिर्मित आधारभूत ढांचे पर अधिक दबाव नहीं डालने के मकसद से प्रतिदिन केवल 100 श्रद्धालुओं को पंजीकरण के बाद केदरनाथ यात्रा की अनुमति दी जा रही है. इनकी संख्या क्रमबद्ध रुप से बढ़ायी जा सकती है.
चौहान ने कहा कि यात्रियों को मंदिर तक पहुंचने के लिए मुनाक्त्या से केदरनाथ तक की 17 किमी दूरी पैदल तय करनी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि केंद्रीय जल संसाधन मंत्री हरीश रावत ने अपने समर्थकों के साथ मंदिर के दर्शन किये. बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी डी सिंह ने बताया कि बदरीनाथ की तीर्थयात्रा भी तीन माह तक निलंबित किये जाने के बाद आज औपचारिक रुप से शुरु हो गयी.उन्होंने कहा कि मंदिर समिति की ओर से निशुल्क आवास एवं भोजन की व्यवस्था की गयी है.तीर्थयात्रियों की संख्या बढ़ने पर जरुरत के अनुसार अतिरिक्त सामुदायिक रसोईघरों की व्यवस्था की जायेगी.