देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने आज कहा कि सरकार अभी तक यह फैसला नहीं ले पायी है कि जून में आयी ‘हिमालयी सुनामी’ के कारण केदारनाथ के चारों तरफ जमा हो गये कई टन मलबे को हटाया जाये या नहीं.
बहुगुणा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘केदारनाथ मंदिर के आसपास के इलाके में फैले टन मलबे को हटाने का काम अभी शुरु नहीं हो पाया है क्योंकि हम अभी तक यह निर्णय नहीं ले पाये हैं कि हम यह काम करें भी या नहीं.’ उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर मलबा हटाने की जरुरत तो है क्योंकि आपदा को आये तीन महीने से ज्यादा हो चुके हैं और इस बात की भी संभावना है कि मलबे के नीचे शव पड़े हों.
मुख्यमंत्री ने कहा लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि मंदिर के पास खंडहर में तब्दील हो गयी इमारतों को पत्थर काटने की भारी मशीनों के जरिये तोड़ना होगा और इस सबमें प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर को नुकसान पहुंच सकता है. बहुगुणा ने कहा, ‘ऐसी स्थिति में हम जल्दबाजी में किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकते. इस संबंध में भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
रिपोर्ट की अनुशंसा के हिसाब से फैसला लिया जायेगा.’ केदारनाथ मंदिर में पूजा अर्चना का काम 11 सितंबर से शुरु कर दिया गया है. हालांकि मंदिर के आस पास टनों मलबा फैला हुआ है.