नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री एवं नेशनल कान्फ्रेंस नेता फारुक अब्दुल्ला ने न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ प्रस्तावित बैठक को एक ‘‘अच्छा कदम’’ बताया.
एक सम्मेलन से इतर अब्दुल्ला ने कहा, ‘‘हम दोस्त बदल सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं. हम या तो दोस्ती में रह सकते हैं या घोर विपत्ति में.’’उन्होंने कहा, ‘‘बैठक अहम है और एक अच्छा कदम है और मुझे उम्मीद है कि दोनों देशों के लिए कुछ अच्छा निकलेगा.’’उल्लेखनीय है कि एक सप्ताह की यात्रा पर अमेरिका रवाना होने से पहले मनमोहन ने आज पुष्टि की कि वह अमेरिका यात्र के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात करेंगे.
इससे पहले, सौर उर्जा डेवलपरों के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने ‘‘उर्जा भंडारण’’ को एक अहम समस्या बताया जिसका देश सामना कर रहा है. नवीन एवं अक्षय उर्जा मंत्री ने कहा, ‘‘सौर पैनलों से पैदा बिजली को वहां से हटाने और पारेषित करने के लिए हमारे पास पर्याप्त पारेषण लाइनें नहीं हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आबादी का चालीस प्रतिशत अब भी बिजली के बिना रह रहा है. ज्यादा सौर उर्जा पैदा कर बिजली की बिगड़ती कीमत का मुद्दा भी हल किया जा सकता है.’’