हैदराबाद : संसदीय मामलों के मंत्री वेंकैया नायडू ने किसानों के मुद्दे से निपटने को लेकर मोदी सरकार को 10 में से शून्य अंक देने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ हमला बोलते हुए आज कहा, जो खुद शून्य हों वह शून्य से आगे नहीं देख सकते.
उन्होंने कहा, पूरी दुनिया मोदी को एक महान नेता और कर्मठ व्यक्ति मान रही है. जीडीपी दर बढी है, महंगाई घटी है और आप कहते हैं यह शून्य है. शून्य को शून्य से आगे नहीं दिखता. जीरो में हीरो को मानने की क्षमता नहीं होती. नायडू ने 56 दिनों के अवकाश के बाद लौटे राहुल में दिख रही नई आक्रामकता की बाबत कहा कि सरकार इसे लेकर बिल्कुल चिंतित नहीं है.
उन्होंने कहा, राहुल 11 सालों से राजनीति में हैं. क्या हुआ है? कांग्रेस पार्टी आठ राज्यों में हार गयी. उसके पास मुख्य विपक्षी दल की मान्यता भी नहीं है. वह समय समय पर सरकार के खिलाफ सस्ते आरोप लगाकर अपनी नाकामियों को आक्रामक शब्दों से बदलना चाहते हैं.
कांग्रेस के नेतृत्व वाली विपक्ष के भूमि विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति के पास भेजने के लिए मजबूर करने के बाद नायडू ने कहा कि अगर सुझाव विवेकपूर्ण हों और अधिनियम के मूल उद्देश्य को ना बदलते हों तो सरकार नये बदलाव लाने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, अगर सुझाव सही विवेक से दिए जाएं तो हां बदलाव के लिए तैयार हूं. मैंने नौ संशोधन किए हैं. दूसरी बात यह है कि अगर कोई अर्थपूर्ण सुझाव हो तो अधिनियम के मूल उद्देश्य को बदले बिना उसपर विचार किया जाना चाहिए.