आगरा : समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने आज कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा साम्प्रदायिक दंगा नहीं बल्कि जातीय संघर्ष था. यादव ने सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की पूर्वसंध्या पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘मुजफ्फरनगर और आसपास जो भी हुआ वह जातीय संघर्ष था. चाहे आप उसको दंगा कह लें या जातीय संघर्ष कहे. यह बहुत खतरनाक है, जो भी हुआ बहुत दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था.’’
उन्होंने कहा ‘‘मुजफ्फरनगर में जातीय संघर्ष हुआ. उसकी प्रतिक्रिया हुई, जो गांवों में फैल गयी.’’ यादव ने कहा, ‘‘समाज में अविश्वास पैदा हुआ है. यह स्थिति सिर्फ उत्तर प्रदेश में नहीं बल्कि पूरे देश में है. सपा साम्प्रदायिक ताकतों से लड़कर ही यहां तक पहुंची है. अब ये ताकतें फिर सिर उठा रही हैं.’’ यादव ने कहा कि फसाद रोकने में राज्य सरकार कतई विफल नहीं हुई. उसने तेजी से कार्रवाई की. यही वजह है कि दो दिन के अंदर ही स्थिति पर काबू पा लिया गया.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मुजफ्फरनगर कांड में काफी लोगों की जान चली गयी. भविष्य के लिये सावधान होने की जरुरत है. साम्प्रदायिक ताकतों को हर हाल में रोका जाएगा. उन्होंने विपक्षी दलों को मुजफ्फरनगर मामले पर राजनीति ना करने की नसीहत भी दी.
यह पूछे जाने पर कि गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को दंगों की आशंका से पहले ही अवगत कराया था, सपा प्रमुख ने कहा ‘‘सरकार पूरी तरह सावधान थी इसलिये जल्दी रोकथाम हुई.’’ दंगों के बारे में राज्यपाल द्वारा केंद्र सरकार को भेजी गयी रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश सरकार की खिंचाई किये जाने के बारे में यादव ने कहा कि राज्यपाल तो केंद्र को रिपोर्ट भेजते रहते हैं. इसमें कोई खास बात नहीं है. उन्होंने कहा कि विपक्षी दल सपा की मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 100 से ज्यादा दंगे हो चुकने के आरोप लगा रहा है. इस आरोप से बड़ा झूठ कुछ और नहीं हो सकता.
यादव ने एक सवाल पर कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं हैं. उन्होंने कहा ‘‘मैं प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार नहीं हूं. नरेन्द्र मोदी सफल नहीं होंगे, क्योंकि चुनाव में तीसरे मोर्चे को बहुमत मिलेगा.’’ उन्होंने कहा कि तीसरा मोर्चा चुनाव के बाद ही बनेगा और सपा चुनाव के बाद अपनी स्थिति ठीक होने पर तीसरे मोर्चे की सम्भावना देखेगी. वह मोर्चा बनने की पूरी सम्भावना है.
यादव ने कहा कि सपा उत्तर प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल में भी लोकसभा चुनाव लडेगी. जल्द ही पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और उस पर कार्यकारिणी की बैठक में बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में महंगाई और भ्रष्टाचार पर खासतौर पर चर्चा होगी.