नयी दिल्ली : अमेरिका के रुख से बिल्कुल उलट आज भारत ने कहा कि सीरिया संकट का सैन्य समाधान नहीं हो सकता और कथित रासायनिक हमले के मामले में संयुक्त राष्ट्र की जांच के नतीजे का इंतजार करना बेहतर रहेगा. विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘भारत निरंतर सभी पक्षों से हिंसा छोड़ने का आह्वान करता रहा है ताकि समग्र राजनीतिक संवाद के लिए माहौल तैयार किया जा सके.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस संकट का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता. हम सीरियाई सरकार और विपक्ष को बातचीत के लिए आमने सामने लाने के लिए प्रस्तावित ‘इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑन सीरिया’ (जिनिवा-द्वितीय) का समर्थन करते हैं.’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सीरिया में रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के बारे में भारत का यही रुख रहा है कि वैश्विक स्तर पर रासायनिक हथियारों का पूरी तरह खात्मा होना चाहिए.
कहीं भी अंतरराष्ट्रीय कानूनी नियमों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए. हम संयुक्त राष्ट्र की जांच के नतीजों का इंतजार करने की पैरवी करेंगे.’’ भारत का यह रुख अमेरिका के रुख से बिल्कुल अलग है जो सीरिया पर हमले की तैयारी में है. विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि भारत सीरिया में स्थिति पर नजर बनाए हुए है.