नयी दिल्ली: असंतुष्टों के खिलाफ कार्रवाई जारी रखते हुए आम आदमी पार्टी ने आज संसदीय दल के नेता पद से धर्मवीर गांधी को हटा दिया, जिन्होंने योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से निष्कासित किए जाने के खिलाफ आवाज उठाई थी. उनकी जगह अरविन्द केजरीवाल के वफादार भगवंत मान को दी गई है.
यह निर्णय भूषण, यादव, आनंद कुमार और अजित झा को देर रात पार्टी से निकाले जाने के कुछ घंटे बाद आया.पिछले साल लोकसभा चुनाव में पटियाला निर्वाचन क्षेत्र से परणीत कौर को बुरी तरह हराने वाले गांधी भूषण और यादव को पार्टी के शीर्ष पदों से हटाए जाने के तरीके को लेकर पार्टी नेतृत्व के घोर आलोचक थे. वह यहां तक कि 28 मार्च को अपना विरोध व्यक्त करते हुए आप की राष्ट्रीय परिषद की बैठक से भी बाहर चले गए थे और बागी खेमे द्वारा 14 अप्रैल को आयोजित स्वराज संवाद में अपना संदेश भेजा था.
गांधी को पद से हटाने के पार्टी के कदम का बचाव करते हुए आप नेता आशुतोष ने कहा कि निर्णय पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारण इकाई ने लिया है और इसका सम्मान किया जाना चाहिए.भूषण और यादव पर हमला बोलते हुए मान ने कहा कि दोनों नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखाया गया.
मान ने कहा, ‘‘मैंने सदन में अधिकतम सवाल उठाए हैं, अधितम चर्चाओं में भाग लिया है और विभिन्न विधेयकों के खिलाफ आवाज उठाई है. यदि पार्टी मुङो और जिम्मेदारी देना चाहती है तो मैं उन्हें उठाने के लिए तैयार हूं.’’
पंजाब के संगरुर से सांसद मान तब खुलकर अरविन्द केजरीवाल के समर्थन में आ गए थे जब पार्टी दो खेमों के बीच जबर्दस्त टकराव से गुजर रही थी. कॉमेडियन से नेता बने मान युवाओं में लोकप्रिय हैं.