नयी दिल्ली: योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया को उम्मीद है कि यदि रुपये में स्थिरता आती है और आगामी दिनों में मानसून का बेहतर असर दिखता है तो साल के अंत तक मुद्रास्फीति 5 से 6 प्रतिशत के दायरे में रहेगी.अहलूवालिया ने आज यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुद्रा में स्थिरता आती दिख रही है. ऐसे में यह जारी रहने की संभावना नहीं है. यदि अच्छे मानसून का असर दिखता है तो खाद्य के मोर्चें पर महंगाई घटेगी. ऐसे में साल के अंत तक महंगाई की दर 5 से 6 फीसद के बीच रहेगी, जैसा हमने पहले अनुमान लगाया था.’’
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में बढ़कर 5.79 प्रतिशत पर पहुंच गई है. जून में यह 4.86 प्रतिशत तथा जुलाई, 2012 में 7.52 प्रतिशत पर थी. खाद्य वस्तुओं मुख्य रुप से प्याज सहित सब्जियों के दाम में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि से मुद्रास्फीति बढ़ी है.