नयी दिल्ली: असम में पृथक राज्य की मांग को लेकर जारी हिंसा के बीच मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने आज इस संभावना से इंकार किया कि उनके राज्य का कोई बंटवारा होगा. उन्होंनें कहा कि असम की जनता संयुक्त परिवार की तरह रहना चाहती है.गोगोई ने हिंसा में लिप्त लोगों को आगाह किया कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
पृथक राज्यों की मांग को लेकर असम में नये सिरे से आंदोलन और हिंसा की घटनाओं पर सरकार का नजरिया पूछने पर गोगोई ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई सरकार किसी राज्य का बंटवारा नहीं चाहती. असम में हम संयुक्त परिवार की तरह रहना चाहते हैं.’’ पृथक कार्बी आंगलांग और बोडोलैंड राज्यों की मांग को लेकर कई संगठनों ने आंदोलन तेज कर दिया है और बंद के अलावा प्रदर्शनकारी सरकारी इमारतों को आग लगा रहे हैं, ट्रेन पटरियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं, पूर्वोत्तर को जोडने वाले राजमार्ग और रेल मार्ग बंद कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी को कोई शिकायत है तो असम और केंद्र सरकार उनकी समस्याओं के हल के लिए बातचीत को राजी हैं. ‘‘लेकिन किसी को हिंसा करने या कानून हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. ऐसा करने वाले के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’ गोगोई ने कहा कि उन्होंनें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी को असम के हालात से अवगत कराया.
उन्होंने स्वीकार किया कि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के फैसले से पृथक राज्यों की मांग करने वालों को नये सिरे से आंदोलन का मौका मिल गया है. गोगोई ने यह कहने से इंकार किया कि यह सही या गलत फैसला था लेकिन कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पहले ही बता दिया था कि यदि तेलंगाना बना तो कैसे हालात होंगे.