जींद: हरियाणा के कई जिलों में आयरन की गोलियां खाने से करीब 880 छात्र बीमार पड़ गए. इनमें 150 छात्राएं शामिल हैं. अधिकारियों ने बताया कि फोलिक एसिड (आयरन) की गोलियां हरियाणा स्वास्थ विभाग के एक कार्यक्रम के तहत छात्र–छात्राओं को दी गई थी ताकि उनका शरीर खून की कमी (एनीमिया) से लड़ने में सक्षम हो सके.
अधिकारियों का कहना है कि चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि इन गोलियों का मामूली दुष्प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि बीमारी पड़ने वालों में जींद की 150 छात्राएं हैं. ज्यादातर बच्चे हिसार, जींद, सोनीपत, गुड़गांव और फरीदाबाद जिलों के हैं. अधिकतर को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
जींद में छात्राओं ने पेट में दर्द और चक्कर आने की शिकायत की जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन शाम तक लगभग सभी को छुट्टी दे दी गयी. जिला प्रशासन ने हालांकि कहा कि आयरन की गोलियों की गुणवत्ता बिल्कुल सही है और छात्राएं मनोवैज्ञानिक तौर पर खुद को अस्वस्थ महसूस कर रही हैं.
जिला शिक्षा अधिकारी संतोष ग्रोवर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों में खून की कमी दूर करने के लिए स्कूलों में छठीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को आयरन की गोलियां निशुल्क वितरित की जा रही हैं. इसके तहत कल छात्राओं को आयरन की गोलियां वितरित की गई थी.