नयी दिल्ली : सिख विरोधी दंगा मामले में कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को बरी किए जाने के विरोध में राजधानी में आज चौथे दिन भी प्रदर्शन हुए. एक पीड़ित ने जहां अनिश्चितकालीन उपवास शुरु किया तो वहीं एक समूह ने एक व्यस्त मार्ग को अवरुद्ध कर दिया जिससे भारी जाम लग गया.
1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के परिवारों ने दक्षिणी दिल्ली में आज सुबह निजामुद्दीन के समीप व्यस्त मथुरा रोड को अवरुद्ध कर दिया जिससे आसपास की सभी सड़कों पर वाहनों की लंबी लंबी कतारें लग गयीं. उधर जंतर मंतर पर एक पीड़ित नीरप्रीत कौर सज्जन कुमार को सजा दिए जाने की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठ गयी.
इसमें आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल , मनीष सिसौदिया तथा कुमार विश्वास ने भी उनका साथ दिया और कहा कि वे नीरप्रीत कौर के समर्थन में एक दिन के उपवास पर बैठेंगे. कौर ने कहा कि समुदाय के लोगों को उम्मीद थी कि उन्हें न्याय मिलेगा लेकिन अदालत द्वारा दिए गए फैसले ने व्यवस्था में उनकी आस्था को ‘‘हिला’’ दिया है. उन्होंने मामले की स्वतंत्र जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने की मांग की.
कौर ने उच्च अदालत में सज्जन कुमार को बरी किए जाने के खिलाफ अपील करने और मामले की सुनवाई तथा तीन महीने के भीतर फैसला सुनाए जाने की मांग की. मंगलवार की शाम को सज्जन कुमार को बरी करने वाला अदालती फैसला आने के बाद से ही राष्ट्रीय राजधानी में प्रदर्शन हो रहे हैं. सिख समुदाय के आक्रोशित लोग पिछले दो दिन से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं.