नयी दिल्ली : नि:शुल्क जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सेवा को लागू करने के सरकारी कार्यक्रम में कमियां पायी गई है. आधिकारिक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है.
सरकारी तकनीकी सहयोग संस्थान राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र की समीक्षा रिपोर्ट में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम लागू किये जाने में कई तरह की खामियों की ओर इशारा किया गया है.
यह कार्यक्रम एक जून 2011 को पेश किया गया था जिसका मकसद देश में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर की स्थिति में सुधार करना, गर्भवती माताओं को नि:शुल्क प्रसव सेवा एवं उपचार प्रदान करना और नवजात बच्चे को चिकित्सा सुविधा प्रदान करना है.
रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्यक्रम के तहत प्रदान की जाने वाली नि:शुल्क सेवाओं के बारे में लोगों में जागरुकता की कमी है और इस योजना सके लाभों का प्रदर्शन में कमियां हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके तहत गर्भवती माताओं और बीमार शिशुओं को नि:शुल्क दवा, भोजन और चिकित्सा प्रदान किया जाना है लेकिन कई राज्यों में इसके लाभार्थियों की सूची तैयार करने का कार्य ही शुरु किया गया है.