श्रीनगर: उत्तराखंड त्रासदी के मद्देनजर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज देश में धार्मिक पर्यटन को विनियमित करने पर सभी पक्षों को साथ लेकर राष्ट्रीय आम सहमति बनाने की जरुरत पर जोर दिया.
संवाददाताओं से संक्षिप्त बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ये दीर्घकालिक चीजें हैं जिन पर विचार किया जाना चाहिए कि हम किस तरह धार्मिक पर्यटन को विनियमित कर सकते हैं. लोगों की संवेदनओं का ख्याल रखते हुए यदि ऐसा संभव हो तो हमें यह करना चाहिए.’’ उत्तराखंड त्रसदी को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को विनियमित करने से जुड़े एक सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनके पास इन मुश्किल सवालों के जवाब नहीं हैं क्योंकि इसके लिए व्यापक राष्ट्रीय आम सहमति की जरुरत है.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आज नहीं कह सकता कि मेरे पास इन मुश्किल समस्याओं के जवाब हैं. हमारे पास विकास की एक रुपरेखा होनी चाहिए जो सतत हो, जो पारिस्थितिकीय मुद्दों से जुड़े जरुरी पहलुओं का सम्मान करती हो. इसके लिए एक व्यापक राष्ट्रीय आम सहमति होनी चाहिए जिसमें सभी पक्षों को निश्चित तौर पर हिस्सा लेना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि इस वक्त सरकार की प्राथमिकता प्रभावित राज्य में राहत और पुनर्वास का काम करना है.
उत्तराखंड में हुए हेलीकॉप्टर हादसे और इसमें मारे गए लोगों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यह बहुत ही दुखद त्रसदी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे जवान बहादुरी का काम कर रहे हैं. वे काफी जोखिम भी ले रहे थे. उन्होंने अपनी जान गंवायी हैं. मैं शोकाकुल परिवारों का दुख साझा करता हूं और इस मुश्किल घड़ी में पूरा देश उनके साथ है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि यह होगी कि उत्तराखंड में राहत और बचाव मिशन संपन्न हो जाए.